केन्द्रीय मंत्री की सलाह: महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी से कमजोर कांग्रेस, एकला चलो की राह से करे परहेज

ताजा खबर: नई दिल्ली। महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी (Shivsena-NCP) और कांग्रेस (Congress) के बीच बनी आघाड़ी सरकार में अब अंदरूनी कलह नजर आने लगी है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana patole) के अकेले चुनाव लड़ने के बयान पर केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस शिवसेना और NCP से काफी कमजोर है। इसलिए उसके लिए अकेले चुनाव लड़ना ठीक नहीं रहेगा और इससे परहेज करना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की मदद से सरकार बनी है इसलिए पटोले को उद्धव और पवार से मिलकर ढाई-ढाई साल के लिए CMपद की बात करना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर खुद को गठबंधन से अलग कर लेना कांग्रेस में हित में रहेगा।
अठावले का यह बयान उस समय आया है जब महा विकास अघाड़ी सरकार में मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। खासतौर पर इस गठबंधन में सबसे ज्यादा नाखुश कांग्रेस ही है, जिसने अब अकेले चुनाव लड़ने के संकेत तक दे दिए हैं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) की एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad pawar) से हुई मुलाकात को लेकर अठावले ने कहा, ‘सारी विपक्षी पार्टियां (all opposition parties) शरद पवार के नेतृत्व में एक नहीं हो सकती। कुछ सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को नेता मानेंगे तो कुछ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को। यह नहीं होने जा रहा है। 2024 के चुनावों में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।’
अठावले ने आगे यह भी कहा कि हाल ही में उद्धव ठाकरे PM मोदी से मिले थे। अगर कांग्रेस महा विकास अघाड़ी से अलग हो जाए तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी, जिसके बाद सिर्फ BJP ही विकल्प के तौर पर बचेगी। ऐसे में या तो शिवसेना BJP के साथ आ सकती है या एनसीपी। महाराष्ट्र के लिए उद्धव ठाकरे को बीजेपी के साथ गठबंधन करना चाहिए। इसके लिए ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों से मुख्यमंत्री बनाने का फॉमूर्ला अपनाना चाहिए।