पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर: खुले मंच में इमरान के मंत्री स्वीकार- हम तालिबान के सरंक्षरक
नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) लाख दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर ले, मगर हकीकत यही है कि सच छिपाए नहीं छिपता। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार (Imran Khan government) में मंत्री शेख राशिद (Minister Sheikh Rashid) ने एक बार फिर तालिबान (Taliban) का खुले तौर पर समर्थन (open support) किया और कहा कि हम (पाकिस्तान) तालिबानी नेताओं के संरक्षक (Guardians of Taliban Leaders) हैं। दरअसल, एक टीवी शो (tv show) में पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने खुले तौर पर यह स्वीकार किया है हमने तालिबान को पाकिस्तान में आश्रय, शिक्षा और घर दिया है। हमने उनके लिए सब कुछ किया है।
पाकिस्तान का यह बयान भारत के लिए चिंता का विषय
पाकिस्तान और तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान की संभावित धुरी भारत (India) के लिए चिंता का विषय बन गई है। कई राजनीतिक विश्लेषकों (political analysts) का कहना है कि इस तरह के विवादित बयान से साफ पता चलता है कि तालिबान का शासन अब पाकिस्तान से कंट्रोल होगा। यानी कि अब पाकिस्तान के इशारे पर तालिबान काम करेगा। हालांकि, इमरान खान तालिबान को समर्थन देने के आरोपों से इनकार करते रहे हैं। एक बार उन्होने तालिबान को नॉर्मल सिविलियन (normal civilian) कहा था और आतंकी संगठन मानने से इनकार कर दिया था। बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था।
पाकिस्तान में लगातार तालिबान के समर्थन में बयान
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से लगातार तालिबान के समर्थन में और उसकी तारीफ करने वाले बयान दिए जा रहे हैं. हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Pakistan’s Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi) ने जानकारी दी थी कि तालिबान अगले कुछ दिनों में सरकार बनाने वाला है, इसके कुछ वक्त बाद तालिबान ने भी इसकी पुष्टि कर दी थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहले ही तालिबान के समर्थन में कई बार अपने दिल की बात कह चुके हैं। जिस दिन तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया था, तब भी इमरान खान ने इसे एक बड़ी जीत माना था।
ना सिर्फ राजनेता बल्कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने भी तालिबान के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी (Former Pakistani Cricketer Shahid Afridi) ने हाल ही में बयान दिया था कि तालिबान इस बार पॉजिटिव माइंडसेट के साथ आया है, वह महिलाओं को काम करने दे रहा है और क्रिकेट का बड़ा समर्थक है।
आपको बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है। 31 अगस्त को अमेरिका ने आधिकारिक रूप से अपनी दो दशक लंबी चली लड़ाई का अंत किया। अब तालिबान सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा रहा है, उम्मीद जताई जा रही है कि इसी हफ्ते सरकार का ऐलान हो जाएगा।