देश में बढ़ेगी वैक्सीनेशन की गति, तीन महीने में 70 करोड़ से अधिक को मिलेगी खुराक
ताजा खबर:नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर (Second wave) से मची तबाही को देखते हुए अब केन्द्र सरकार (central government) सक्रिय हो गई है। तीसरी लहर (Third Wave) आने से पहले कोरोना (Corona) को रोकने के लिए वैक्सीनेशन (vaccination) को और तेज करने की तैयारी शुरू कर दी है। केन्द्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम (KV Subramaniam) ने कहा कि अगले तीन महीने में 70 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दे दी जाएगी।
सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को खत्म करने में वैक्सीन ही कारगर उपाय है, अगर vaccination की रफ्तार बढ़ती है तो कोरोना की तीसरी लहर के आने का खतरा कम होगा। उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट है कि सितंबर तक देश के 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज दे जी जाए। जबकि दिसंबर के आखिर तक देश में 18 प्लस से ऊपर वाली आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य है। कोरोना की दूसरी लहर के अर्थव्यवस्था (Economy) पर असर को लेकर मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि इसका अब ज्यादा असर नहीं होगा और तीसरे क्वार्टर (third quarter) तक रिकवरी शुरू हो जाएगी। लॉकडाउन (lockdown) के कारण कुछ हदतक असर पड़ा, लेकिन अब इकोनॉमी (economy) जल्द ही बाउंसबैक (bounceback) करेगी।
जून के दूसरे हफ्ते से कम होगी रफ्तार
मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि Experts का मानना है कि 15 जून के बाद देश में कोरोना के नए मामलों में तेजी से कमी आएगी। वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाकर हम आने वाली लहर के असर को कम कर सकते हैं। आपको बता दें कि भारत में अभी तक 22 करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं, करीब 5 करोड़ लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। देश में अभी औसतन 25-30 लाख डोज लग रही हैं। सरकार का लक्ष्य है कि अगस्त-सितंबर तक हर दिन एक करोड़ डोज लगाई जाएं।
अभी भारत में मुख्य रूप से दो वैक्सीन लगाई जा रही हैं, जिनमें कोविशील्ड (Kovishild) और कोवैक्सीन (covaccine) शामिल हैं। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का इस्तेमाल भी शुरू हो गया है। वहीं, फाइजर (pfizer) और मॉडर्ना (Moderna) की वैक्सीन जुलाई तक आने की उम्मीद है। जून में देश में करीब 12 करोड़ वैक्सीन की डोज उपलब्ध होंगी, जबकि जुलाई में इसकी संख्या बढ़ेगी।