कोरोना से लड़ने में कितनी कारगर यह स्वदेशी वैक्सीन, एक हफ्ते में चलेगा पता

ताजा खबर: नई दिल्ली। भारत (India) में बनी स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (covaccine) कोरोना (Corona) से लड़ने में कितनी कारगर है इसका पता लगाने के लिए किए तीसरे चरण का ट्रायल किया गया। जिसकी जानकारी एक के हफ्ते के बाद दी जाएगी। इस टीके को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की ओर से बनाया गया है। तीसरे चरण के ट्रायल से टीके की प्रभावशीलता की जानकारी मिलेगी।
राष्ट्रीय कोविड टास्स फोर्स के अध्यक्ष डॉ. वीके पॉल (Dr. VK Paul) का कहना है कि अगले सात से आठ दिनों के भीतर कोवाक्सिन के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे जारी हो जाएंगे। कोविड टास्क फोर्स (covid task force) की ओर से ये एलान तब आया, जब अमेरिका में स्वदेशी टीके को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली।
अमेरिका में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली
अमेरिका ने कोवाक्सिन बनाने वाली कंपनी को एक और अतिरिक्त परीक्षण (additional tests) शुरू करने के लिए कहा है, ताकि कंपनी एक बायोलॉजिकल लाइसेंस आवेदन (BLA) के लिए फाइल कर सके, जो कि एक पूर्ण मंजूरी है। अमेरिकी FDA ने कंपनी को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के बजाय पूर्ण मंजूरी के आवेदन की सलाह दी है।
अमेरिका के फैसले का सम्मान करते हैं- पॉल
पॉल ने कहा कि अमेरिका के फैसले से भारत में इसके रेगुलेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी की माने को विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुलाई-सितंबर में covaccine को मंजूरी मिल जाएगी। अमेरिका के फैसले पर वीके पॉल ने कहा कि हर देश का रेगुलेटरी सिस्टम (regulatory system) अलग-अलग होता है। हर देश के अपने मापदंड होते हैं और हम उसका सम्मान करते हैं।
सात-आठ दिनों में सार्वजनिक होगा तीसरे चरण के ट्रायल का डाटा
कोवाक्सिन के तीसरे चरण के ट्रायल पर वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर हमारे पास खूब डाटा है। मुझे बताया गया है covaccine टीके के तीसरे चरण के परीक्षण का डाटा सात से आठ दिनों के बीच सार्वजनिक हो जाएगा। बता दें कि कोवाक्सिन के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल के नतीजों के आधार पर CDSCO ने टीके के आपातकाल इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी।
इसके अलावा भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल भी किया, जिसमें 25,800 लोगों को शामिल किया गया। हालांकि इस चरण के ट्रायल नतीजों के अंतरिम विश्लेषण के मुताबिक, कोरोना के खिलाफ कोवाक्सिन 78 फीसदी प्रभावशाली है।