नीति आयोग के VC ने कहा- महंगाई को नियंत्रित करना सरकार की जिम्मेदारी, लेकिन संतुलन भी जरूरी
ताजा खबर: नई दिल्ली। देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी के कारण बढ़ती महंगाई के कारण कमर टूट रही है तो वहीं दूसरी ओर देश के सैकड़ों जिलों में पेट्रोल का भाव 100 रुपए के पार पहुं गया है। इन सब के बीच नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि देश में बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीज बढ़ती कीमतों को काबू करने के लिए सरकार को ही कुछ करना होगा। लेकिन हमें (महंगाई और अर्थव्यवस्था के बीच) संतुलन की भी जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि, महंगाई को नियंत्रण में करना सरकार की जिम्मेदारी है, और मुझे उम्मीद है कि जिनके ऊपर ये जिम्मेदारी है, वह संतुलन बनाते हुए इसे पूरा करेंगे।
10.5% की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि दर 10 से 10.5% रहने की उम्मीद जताई। दरअसल उन्होंने ये बात रिजर्व बैंक के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 10.5% से घटाकर 9.5% किए जाने के सवाल पर कही। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने कोरोना की दूसरी लहर के असर को देखते हुए अनुमान में कटौती की है। लेकिन ये हमारी अर्थव्यवस्था को सिर्फ पहली तिमाही में प्रभावित करेगा।
जून से होने लगेगी अर्थव्यवस्था में रिकवरी
उन्होंने कहा कि बहुत जल्द हमारी अर्थव्यवस्था में रिकवरी होने लगेगी। जून से ये शुरू हो गई है और जुलाई में ये तेज रफ्तार पकड़ लेगी। एक बार अर्थव्यस्था में सुधार आना शुरू हो जाए हम आर्थिक वृद्धि के अनुमान में भी संशोधन कर लेंगे। देश में वर्ष 2021 शुरू होने के बाद से अब तक पेट्रोल और डीजल के दाम 44 बार बढ़ चुके हैं। केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह से लेकर राजस्थान के श्रीगंगानगर और महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं तेलंगाना के कई शहरों में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर जा चुका है।