ग्वालियर का मामला: विजयी जुलूस में चलीं ताबड़तोड़ गालियां, फिर क्या हुआ आगे जानें
ग्वालियर। ग्वालियर में विजयी सरपंच प्रत्याशी के जुलूस के दौरान एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मृतक युवक हारी हुई सरंपच का भतीजा बताया जा रहा है। जबकि हत्या करने का आरोप जीते हुए सरपंच के बेटे पर है। दरअसल पंचायत चुनाव में मिली जीत के बाद नवनिर्वाचित सरपंच द्वारा विजयी जूलस निकाला जा रहा था। इस दौरान दोनों गुट आमने-सामने हो गए और दोनों तरफ गोलियां चलने लगीं, जिसमें हारने वाली प्रत्याशी के भतीजे की मौत हो गई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है। यह घटना डबरा के ग्राम पंचायत अजयगढ़ की है।
डबरा के ग्राम पंचायत अजयगढ़ से पंचायत प्रत्याशी के तौर पर गांव की प्रेमाबाई ने चुनाव लड़ा था। प्रेमाबाई चुनाव भी जीत गई। जीत की वजह से प्रेमाबाई के खेमे के लोग खुशियां मनाने लगे। इसके बाद जीत का जश्न मनाते हुए गांव मे एक विजय जुलूस निकालने का निर्णय प्रेमाबाई के पक्ष ने लिया। जुलूस में कई लोग हथियार लेकर चल रहे थे। जुलूस जब हारी हुई प्रत्याशी के घर के सामने से गुजरा तो जुलूस में शामिल नवनिर्वाचित सरपंच के बेटे मोनू गुर्जर से रामवीर बघेल का किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद के चलते मोनू ने रामवीर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
इस फायरिंग में गोली लगने से रामवीर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आरोपी मोनू मौके से भाग निकला।वहीं रामवीर की हत्या से गुस्साए बघेल समाज के लोगों ने सिमरिया टेकरी नेशनल हाईवे 44 पर जाम लगा दिया। सभी आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस एवं प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे और गुस्साए लोगों को समझा बुझाकर चक्का जाम खत्म कराया। इधर पुलिस ने आरोपी मोनू गुर्जर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
दोनो पक्षों से चलने लगी गोलियां
विजय जुलूस के दौरान शुरू हुआ विवाद धीरे धीरे बढ़ गया। दोनो तरफ से बंदूकें निकल आई और फायरिंग होने लगी। इस फायरिंग से मौके पर भगदड़ मच गई। इस फायरिंग में रामवीर को गोली लग गई जिससे रामवीर की गोली लगने से मौत हो गई। इस वारदात के बाद गोली चलाने वाले सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।