तवा महोत्सव मनाया गया, मूंग की फसल के लिए तवा डेम से छोड़ा गया पानी,अंतिम छोर के किसान को भी नहर का पानी हर हाल में मिले – कृषि मंत्री कमल पटेल
भोपाल : किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि प्रदेश में हर किसान को सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध कराया जायेगा। नहर के पानी का सिंचाई के लिये लाभ अंतिम छोर के किसान को भी उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने तवा डेम के पानी को नहर में समारोह पूर्वक छोड़े जाने के लिये आयोजित तवा महोत्सव में अधिकारियों को निर्देश दिये। जल-संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था में किसानों का महत्वपूर्ण योगदान है।
नर्मदापुरम के तवा नगर में आज आयोजित तवा महोत्सव में तवा डेम की बांई तट नहर से ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की सिंचाई के लिये पानी छोड़ा गया।
किसानों को हुआ करोड़ों का फायदा
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कोरोना काल में मूंग की फसल के लिए तवा नहर से पानी छोड़ने से किसानों को करोड़ों रुपए का लाभ हुआ था। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब पूरे देश में लॉक डाउन था, ऐसे में तवा नहर से पानी मिलने से किसानों को खेतों में काम करने का अवसर मिला। साथ ही मजदूरों को भी खेतों में रोजगार मिला। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में खेती को लाभ का धंधा बनाने का जो संकल्प लिया है, उस दिशा में सरकार नित नए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि चना, मूंग एवं गेहूँ का समर्थन मूल्य बढ़ने से बाजार में इनके मूल्य में वृद्धि हुई है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ हुआ है। उन्होंने जल-संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि टेल एंड तक नहर का पानी पहुँचाना सुनिश्चित किया जाये, जिससे अंतिम छोर के किसान को भी नहर का पानी मिले। केसला विकासखंड के सभी किसानों को तवा नहर का पानी सिंचाई के लिये उपलब्ध करायें।
प्रदेश का हो रहा है चहुंँमुखी विकास
जल-संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का चहुँमुखी विकास हो रहा है। सीएम प्रदेश के 65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इसे शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था कृषि आधारित है। किसानों का प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। हरदा एवं नर्मदापुरम जिले के कुल 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तवा नहर से मूंग की फसल में सिंचाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहरों के आसपास अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाए तथा नहरों के आसपास पौधरोपण किया जाए।