विदा होते मानसून ने उत्तराखंड मचा दी बड़ी तबाही: अब तक गई 38 लोगों की जान, बह गईं रेल पटरियां
देहरादून। विदा होते मानसून (monsoon) ने उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक बार प्रलय ला दिया है। चारो तरफ सिर्फ दिख रहा है तो तबाही का मंजर (scene of devastation)। भारी बारिश (heavy rain), बादल फटने (cloudburst) और भूस्खलन (landslide) से अब तक 38 लोगों की मौत (38 people died) हो चुकी है। जबकि नैनीताल (Nainital) में अकेले 25 लोगों की जान गई है। वहीं आठ लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है। बताया यह भी जा रहा है कि गांवों को शहरों से जोड़ने वाले करीब दो दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग बंद हैं। नैनीताल और अन्य क्षेत्रों से कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिसमें सड़कों और पुलों से पानी बहता दिख रहा है। यही नहीं रेल की पटरियां तक बह गई हैं।
मारे गए लोगों के नाम व पते भी अब तक नहीं मिल पाए हैं। झुतिया के पास भूमिया गांव में भी तीन लोगों की मौत हो गई। एक अन्य घटना धारी तहसील के दोषापानी में हुई। यहां भी सड़क निर्माण में लगे पांच मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। SDM धारी योगेश सिंह ने बताया कि दोषापानी के निकट एक दीवार का निर्माण कर रहे मजदूर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे।
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने राज्य में हुई भारी बारिश के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 38 की मौत हो चुकी है जबकि 8 लोग लापता हैं। मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा (Rs 4 lakh compensation) दिया जाएगा। और घर गंवाने वालों को 1.9 लाख रुपये दिए जाएंगे. जिन लोगों ने अपना पशुधन खो दिया है, उन्हें भी हर संभव मदद दी जाएगी।
लेमन ट्री रिजॉर्ट में फंसे 200 सैलानियों को बचाया
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि रामनगर-रानीखेत मार्ग स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट (Lemon Tree Resort) में फंसे करीब 200 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. लगातार बारिश से अब तक 24 से 25 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा हताहत नैनीताल जिले में हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया था कि पिछले दो दिनों में कुल 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य बादल फटने और भूस्खलन के बाद मलबे में दबे हुए हैं।
पीएम मोदी ने जताया शोक
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ट्वीट (Tweet) कर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के कारण लोगों की जान जाने से मैं व्यथित हूं। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है। मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।’