शिवसेना सांसद ने रास में मार्शल लागू करने का लगाया आरोप, कहा-क्या यही हमारा संसदीय लोकतंत्र है?

नई दिल्ली। सरकार और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के बीच संसद (Parliament) का मानसून सत्र (monsoon session) हंगामे की भेंट चढ़ गया है। लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा (Rajya Sabha) के दोनों सदन अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गए। विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण दोनों सदनों में महज 22% ही काम हो पाया। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने राज्यसभा में मार्शल लॉ (martial law) होने का आरोप लगाया है।
संजय राउत ने ट्विटर (Twiter) पर एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें मार्शल रास्ता रोकते हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर करते हुए संजय राउत ने ट्वीट (Tweet) किया, क्या यही हमारा संसदीय लोकतंत्र (parliamentary democracy) है? लोकतंत्र के मंदिर में मार्शल कानून। राउत ने कहा कि विधेयक पारित करने के दौरान सुरक्षा मार्शलों को बुलाया गया था। क्या आप हमें डराना चाहते हैं? आज हम खड़गे जी के कक्ष में बैठक करेंगे और तय करेंगे कि क्या करना है?
उन्होंने बताया कि विपक्ष एकजुट है। 20 अगस्त को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress interim president Sonia Gandhi) कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगी। इस बैठक में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM Uddhav Thackeray) भी और शिवसेना सांसद संजय राउत भी शामिल होंगे। बता दें कि जब सरकार ने हंगामे के बीच बिल पर चर्चा के लिए दबाव डाला, तो सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम (CPI MP Binoy Viswam) ने रिपोर्टर की मेज पर चढ़ने की कोशिश की थी जिसके बाद सभापति ने सदन को तुरंत स्थगित कर दिया था।
बुधवार को जमकर हुआ था हंगामा
दरअसल, बुधवार को विवादास्पद सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 को राज्यसभा में बीच पारित किया गया। विपक्ष विधेयक को एक प्रवर समिति को भेजने की मांग कर रहा था। इस मांग पर पूरा विपक्ष एकजुट था। जब सरकार ने हंगामे के बीच बिल पर चर्चा के लिए दबाव डाला, तो सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने रिपोर्टर की मेज पर चढ़ने की कोशिश की। सभापति बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने तुरंत सदन को स्थगित कर दिया। मिनटों के अंदर 10 से अधिक महिला मार्शल और लगभग 50 पुरुष मार्शल ने रिपोर्टर की मेज के चारों ओर खड़े हो गए। उन्होंने विपक्षी सदस्यों के वेल में जाने का रास्ता भी रोक दिया।