टीएमसी के लिए चुनौती बनी भाजपा को अब अपने ही दे रहे चुनौती, टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में शुरु हुआ दंगल
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा सत्ताधारी दल टीएमसी के लिए सबसे बड़े चैलेंजर के रूप में उभरी है। बीजेपी इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा रही है। लेकिन इस मिशन में उसे अब बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में ही सबसे बड़ा दंगल शुरू हो गया है। बाहरी लोगों या स्टार्स को चुनाव का टिकट मिलने को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ता नाराज हैं और बंगाल के कई शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं।
- टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी को कैसे शहर-शहर मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है, एक नजर डालें…
बंगाल की अलीपुरद्वार विधानसभा सीट पर बीजेपी ने इकॉनोमिस्ट अशोक लाहिरी को चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन टिकट के ऐलान के बाद यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा और उन्होंने स्थानीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। यहां तक कि बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने भी कहा कि वो उम्मीदवार को नहीं जानते हैं। इसी के बाद बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदला और जिला महासचिव सुमन कांजीलाल को टिकट दिया गया। - ऐसा ही कुछ जगतादल और जलपाईगुड़ी सदर इलाके में हुआ, जहां बीजेपी के टिकट जारी होने के बाद जब पता चला कि टीएमसी से आए हुए नेताओं को मैदान में उतारा गया है। तब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। जगतादल में बीजेपी ने अरिंदम भट्टाचार्य को टिकट दिया, लेकिन कार्यकतार्ओं ने विरोध शुरू कर दिया। ऐसा ही जलपाईगुड़ी में हुआ, जहां नाराज कार्यकतार्ओं ने पार्टी दफ्तर में ही तोड़फोड़ कर दी।
- मालदा के हरिशचंद्रपुर में तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में ही तोड़फोड़ कर दी। यहां से बीजेपी ने मातिउर रहमान के नाम की घोषणा की है। मातीउर रहमान ने कुछ दिन पहले ही बीजेपी ज्वाइन की है। रहमान के नाम की घोषणा होते ही बीजेपी कार्यकर्ता गुस्से में आ गए।
- मालदा की ही ओल्ड मालदा सीट से गोपाल साहा के नाम की घोषणा होने के बाद यहां भी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है। बीजेपी कार्यकतार्ओं ने यहां भी पार्टी आॅफिस में तोड़फोड़ कर दी, कार्यकतार्ओं का कहना है कि गोपाल साहा को उम्मीदवार बनाने से नुकसान होगा। इन सीटों के अलावा दुगार्पुर, पांडेश्वर समेत अन्य कुछ इलाकों में भी उम्मीदवारों के ऐलान के बाद बीजेपी कार्यकतार्ओं का गुस्सा फूटा और उन्होंने विरोध किया। यहां पर टीएमसी से आए नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है।
दो उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने से ही इनकार किया
बीजेपी के लिए संकट सिर्फ कार्यकर्ताओं की नाराजगी ही नहीं है, बल्कि पार्टी जिन्हें उम्मीदवार बना रही है वो भी चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। बीजेपी ने बंगाल के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा को टिकट दे दिया, लेकिन शिखा का कहना है कि वो अभी भी कांग्रेस के साथ हैं। वहीं, एक टीएमसी विधायक के पति को भी टिकट दिया गया है, जिन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया है।
टीएमसी को मिला तंज कसने का मौका
मतदान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी अपनी कलह में फंसती दिख रही है, तो टीएमसी ने भी तंज कस दिया है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा कि बीजेपी दो हफ्ते बाद अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर रही है, उनमें से कुछ बीजेपी में ही है नहीं, कुछ को पता ही नहीं है कि टिकट भी मिला है। अमित शाह को कुछ तैयारी करनी चाहिए। महुआ मोइत्रा के अलावा डेरेक ओ ब्रायन ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल चुनाव के लिए अभी तक दो सौ से अधिक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने इस बार केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो समेत कई राज्यसभा, लोकसभा के सांसदों को भी मैदान में उतारा है। मुकुल रॉय, लॉकेट चटर्जी, शुभेंदु अधिकारी, स्वपनदास गुप्ता जैसे बड़े नाम बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ेंगे। इनमें कई ऐसे चेहरे भी हैं, जो चुनाव से ठीक पहले टीएमसी छोड़ भाजपा में आए थे।