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अमित शाह आज से तीन दिन तक रहेंगे जम्मू-कश्मीर में: निकाले जा रहे कई सियासी मायने

श्रीनगर। आतंकियों के दुस्साहस (the adventures of terrorists) के बीच देश के गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) आज जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के तीन दिनी दौरे (Three days tour of Jammu and Kashmir) पर जा रहे हैं। उनकी सुरक्षा व्यवस्था (security system) को चाक चौबंद करने के लिए CRPF और विशेष टीम (special team) एक दिन पहले यानि कल शुक्रवार को ही पहुंच गई है। घाटी से 370 हटने के बाद यह शाह का पहला दौरा है। लगातार हो रहे आतंकी हमलों को देखते हुए शाह की यात्रा के कई सियासी मायने (political meaning) भी निकाले जा रहे हैं। बता दें कि आतंकियों ने इस महीने अब तक 11 निर्दोष लोगों की हत्या कर चुके हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद अमित शाह सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा (review of security arrangements) लेने के साथ ही सुरक्षा अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक भी करेंगे। बताया यह भी जा रहा है शाह वहां पर एक रैली भी करेंगे। इस बीच उनकी सुरक्षा को देखते हुए तीन हजार से अधिक जवानों को रैली में सुरक्षा के लिए तैनात कि गया है। इसमें एसएसबी, सीआईएसएफ, के जवानों को लगाया गया है।

जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता सुनील शर्मा (BJP leader Sunil Sharma) ने कहा कि अमित शाह पहले जम्मू पहुंचेंगे और बाद में कश्मीर जाएंगे। अमित शाह के एक कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा वह जम्मू में पार्टी की एक रैली को भी संबोधित करेंगे। अमित शाह इससे पहले वह जून 2019 में कश्मीर के दौरे पर गए थे, जब भाजपा ने दोबारा आम चुनावों में बड़ी जीत हासिल की थी। बता दें कि पिछले महीने दिल्ली में शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने सुरक्षा के हालातों की समीक्षा की थी।





अपने तीन दिन के दौरे में शाह आतंकियों के निशाने पर आकर अपनों को खोने वाले पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात करेंगे। शाह कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू, सुपिंदर कौर और 7 अक्टूबर को शहीद हुए 25 साल के एसआई अहमद मीर के परिजनों से मिलेंगे। बताया जा रहा है कि शाह पहले इनके घर जाकर ही इनसे मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते एजेंसियों ने ऐसा न करने की सलाह दी।

पड़ोसी को बड़ा संदेश देने की कोशिश
शाह का ये दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब पिछले कुछ दिनों से घाटी में आतंकी मजदूरों और अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। आतंकी हमलों के बाद लोगों में खौफ भी बढ़ गया है। कई प्रवासी मजदूर और अल्पसंख्यक हिन्दू घाटी छोड़कर भी जा रहे हैं। ऐसे में शाह का दौरा अल्पसंख्यकों में भरोसा जगा सकता है। ऐसे में शाह के दौरे के जरिए पाकिस्तान को ये संदेश देने की कोशिश भी होगी कि वो कितना ही आतंक फैलाए, भारत अपने लोगों का हौसला हिलने नहीं देगा।

राजभवन में एक बड़ी बैठक करेंगे शाह
अमित शाह शनिवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां शारजाह-श्रीनगर की पहली फ्लाइट का शुभारंभ करेंगे और इसके बाद यहां से सीधे राजभवन जाएंगे। राजभवन में शाह की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक होगी। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह, आईबी चीफ अरविंद कुमार, सीआरपीएफ और एनआईए के डीजीपी कुलदीप सिंह, एनएसजी के डीजीपी एमए गणपति, बीएसएफ के डीजीपी पंकज सिंह और आर्मी कमांडर शामिल होंगे।

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