जम्मू। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी धीरे-धीरे चरम पर पहुंचने लगी है। पार्टी के दिग्गज नेता जमकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रविवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने रामबन से भाजपा उम्मीदवार राकेश सिंह ठाकुर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। यहां पर उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जोरदार हमला बोला।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पड़ोसी देश पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान पीआके के निवासियों को विदेशी मानता है, लेकिन भारत उन्हें अपना मानता है। जब तक भाजपा है, तब तक जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी नहीं हो सकती। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं।
अफजल को फांसी न दें तो क्या माला पहनाएं
वरिष्ठ भाजपा नेता ने अनुच्छेद 370 को बहाल करने के चुनावी वादे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन पर तीखा हमला बोला और कहा कि जब तक भाजपा है, यह असंभव है। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 से जम्मू-कश्मीर में समग्र सुरक्षा स्थिति में देखे गए “बड़े बदलाव” का मतलब है कि अब युवा पिस्तौल और रिवॉल्वर के बजाय अपने हाथों में लैपटॉप और कंप्यूटर लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि अब कोई भी श्रीनगर में लोगों पर गोलियां चलाने की हिम्मत नहीं करता। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को आतंकियों के लिए सहानुभूति है। मैंने सुना कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जानी चाहिए थी। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या अफजल गुरु को माला पहनाई जानी चाहिए थी?
‘पीओके के वासियों भारत में शामिल हो जाओ’
सिंह ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की भेंट चढ़ने वालों में 85 प्रतिशत मुसलमान थे। कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं आम बात थी। क्या आतंकवादी घटनाओं में हिंदू मारे जा रहे थे? मैं गृह मंत्री रह चुका हूं और मुझे पता है कि आतंकवादी घटनाओं में सबसे ज्यादा मुसलमानों की जान गई है।” बता दें कि बीजेपी से राकेश सिंह ठाकुर, एनसी से अर्जुन सिंह रामबन विधानसभा श्रेत्र से मैदान में हैं। वहीं एनसी के बागी कार्यकर्ता सूरज सिंह परिहार भी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के नीलम कुमार लंगेह ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला।