जंतर-मंतर में भारत जोड़ो आंदोलन की शुरूआत में भड़काऊ भाषण देने वालों पर पुलिस ने कसा शिकंजा

नई दिल्ली। जंतर-मंतर Jantar Mantar() पर 1942 को हुए भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement of 1942) की तर्ज पर भारत जोड़ो आंदोलन (India Jodo Movement) शुरू किया गया है, जिसमें सबसे पहले विदेशी कानूनों (foreign laws) की जगह स्वदेशी कानून (indigenous law) लागू करने की मांग की जा रही है। सेव इंडिया फाउंडेशन (Save India Foundation) और उसके साथ देशभर से पहुंचे सैकड़ों लोगों ने रविवार को भारतीय संविधान में शामिल 222 ऐसे कानूनों को समाप्त करने की मांग की, जिन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी के हित में बनाया गया था।
बताया जा रहा है कि संसद मार्ग पर मार्च के दौरान आगामी संसद सत्र में पांच स्वदेशी कानून बनाने की मांग की गई। इसी के साथ यहां कई भड़काऊ भाषण inflammatory speech() भी दिए गए जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। इसी को लेकर दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। बता दें कि जंतर-मंतर पर सेव इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रीत सिंह (President Preet Singh) और महासचिव अरविंद त्यागी (General Secretary Arvind Tyagi) के अलावा उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय (Ashwini Upadhyay, senior advocate of the Supreme Court), नीरज नक्षत्र चौहान (Neeraj Nakshatra Chauhan), जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिल चौधरी (President Anil Choudhary) व देशभर के सैकड़ो लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
संगठन के अध्यक्ष प्रीत सिंह ने बताया कि अंगेजी कानूनों की वजह से देश अंग्रेजी मानसिकता से चलाया जा रहा है। देश के लिए यह खतरनाक है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में पांच देशी कानूनों को जल्द बनाने की मांग की गई। समान शिक्षा, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण नियंत्रण कानून, घुसपैठ नियंत्रण कानून और जनसंख्या नियंत्रण कानून को आगामी संसद सत्र में बनाने की मांग है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो रामलीला मैदान में बड़ा आंदोलन होगा।
जंतर-मंतर जाने के सभी रास्ते किए बंद
जंतर-मंतर पर सेव इंडिया फाउंडेशन के प्रदर्शन अलावा रविवार को आशाराम बापू को रिहा करने के लिए उनके समर्थक सड़क पर उतरे। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर संसद मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी। जंतर-मंतर जाने के रास्ते सुबह से शाम तक बंद कर लिए थे। संसद मार्ग पर केवल पैदल जाने की इजाजत थी। केरला हाउस, जनपथ, पटेल चौक, दिल्ली पुलिस मुख्यालय और कनाट प्लेस के आस-पास से जंतर-मंतर जाने के रास्तों पर सख्त बैरीकेडिंग्स की गई थी।