ग्वालियर

राष्ट्रध्वज की डोरी ठीक करते समय क्रेन की ट्रॉली टूटने से 3 लोगों की मौत

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) के ग्वालियर जिले में स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले महाराज बाड़े पर दर्दनाक हादसा हो गया । ऐतिहासिक डाकघर भवन पर 50 फीट की ऊंचाई पर लगे राष्ट्रध्वज की डोरी ठीक करने के दौरान नगर निगम की हाइड्रोलिक क्रेन का संतुलन बिगड़ गया। हादसे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विनोद शर्मा, फायरकर्मी कुलदीप डंडोतिया और प्रदीप राजौरिया की मौके पर ही मौत हो गई। बता दें, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ग्वालियर की ऐतिहासिक इमारतों पर तिरंगा लहराने की परंपरा है. इसी परंपरा के मद्देनजर क्रेन से झंडा लगाया जा रहा था। घटना के बाद प्रदेश सरकार ने मुआवजे का ऐलान कर दिया है

जैक टूटने की वजह से हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि जैक टूटने की वजह से क्रेन का बैलेंस बिगड़ गया, इससे ट्रॉली नीचे गिर गई। इसमें सवार चारों व्यक्ति डाक भवन की छत पर सिर के बल गिरे। इन्हें जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया। इनके नाम प्रदीप राजौरिया, कुलदीप डंडौतिया और विनोद शर्मा हैं।

रोज फहराया जाता है झंडा
डाकघर पर रोज सुबह राष्ट्रध्वज फहराया जाता है और शाम ढलते ही उतारा जाता है। यह दायित्व चौकीदार विनोद शर्मा संभालता था। वह सीढ़ी के माध्यम से यह काम करता था। झंडा फहराने के दौरान उसे घिर्री और डोरी में कोई समस्या दिखाई दी और उसे ठीक करने के लिए विनोद ने फायर विभाग की हाइड्रोलिक क्रेन की मांग की थी। चार कर्मचारी क्रेन लेकर पहुंचे थे।क्रेन का बॉक्स ध्वज के पास पहुंचते ही हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का संतुलन बिगड़ गया। एक ओर वजन आते ही क्रेन के तीन पहिये लगभग 10 फीट ऊपर उठ गए। क्रेन बॉक्स सहित सीधे डाकघर की छत पर गिरी और बॉक्स में सवार तीन लोगों की मौत हो गई। गाड़ी पर बैठा मंजर आलम खां अचेत हो गया। ड्राइवर भी नीचे गिर गया।

चार-चार लाख रुपए और अनुकंपा नियुक्ति
प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा और एक-एक परिजन को अनुकंपा नियुक्ति के आदेश दिए हैं. जबकि घटना में घायल हुए कर्मचारियों को 50-50 हजार रुपए की मुआवजा राशी दी जाएगी. घटना में घायल हुए कर्मचारियों का इलाज चल रहा है.

जांच के दिए आदेश
वहीं ग्वालियर में हुई घटना के बाद ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने भी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि महाराज बाड़े पर हुआ घटनाक्रम बेहद ही दुखद है, इस दुख की घड़ी में प्रदेश सरकार पीड़ित लोगों के साथ खड़ी है। मृतक लोगों के परिवार को 4 -4 लाख रुपये और अनुकंपा नियुक्ति इसके साथ ही घायलों को 50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी, इस पूरे घटनाक्रम की जांच एडीएम आशीष तिवारी को सौंपी गई है, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा कि घटना की जांच जल्द से जल्द पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस वजह से हुआ हादसा
मौके पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक झंडे को बदलने के लिए नगर निगम की एक टीम हाइड्रोलिक गाड़ी लेकर बाड़े पहुंची थी। टीम जब झंडा बदल रही थी उसी दौरान हाइड्रोलिक का पट्टा टूट गया और यह हादसा हो गया। पट्टा टूटते ही गाड़ी का एक हिस्सा जमीन से जा गिरा। नगर निगम टीम के कई सदस्य इसकी चपेट में आ गए। वहीं इस घटना में लापरवाही पाए जाने पर ग्वालियर नगर निगम के प्रभारी आयुक्त मुकुल गुप्ता को और प्रभारी फायर ऑफिसर उमंग प्रधान को सस्पेंड कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने जताया दुख
इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट किया- ‘ग्वालियर में महाराज बाड़ा स्थित पोस्ट ऑफिस पर मशीन अनलोड करते समय हुई दुर्घटना में 3 कर्मचारियों के निधन व 3 लोगों के घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति, परिजनों को संबल देने व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!’ वहीं प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा- बहुत दुखद घटना है। पूरी सरकार मृतक कर्मचारियों के दुख में खड़ी है. हादसे की विस्तृत जांच की जाएगी। सिलावट ने घायलों को 50 हजार की तत्काल मदद की घोषणा की। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को नौकरी देने का भी भरोसा दिया।

 

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