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चुनाव से पहले बंगाल में दीदी को बड़ा झटका: पूर्व राज्यसभा सांसद और ममता के करीबी दिनेश त्रिवेदी ने था भाजपा का दामन

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ममता सरकार को करारा झटका लगा है। टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सांसद और ममता बनर्जी के करीबी दिनेश त्रिवेदी ने शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे।

12 फरवरी को दिया था इस्तीफा: त्रिवेदी को ममता का बेहद करीबी नेता माना जाता है। उन्होंने 12 फरवरी को बजट सत्र के दौरान खुद के इस्तीफे का ऐलान कर दिया था। वह पिछले 2 महीने से पार्टी से दूरी बनाकर चल रहे थे। टीएमसी ने त्रिवेदी के फैसले को पार्टी और जनता के साथ विश्वासघात बताया था।

‘खेला’ खेलते-खेलते ममता अपने आदर्श भूलीं : त्रिवेदी- भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने तृणमूल कांग्रेस को नकार दिया है। राज्य की जनता तरक्की चाहती है, वो हिंसा और भ्रष्टाचार नहीं चाहती। राजनीति कोई ‘खेला’ नहीं होता, ये एक गंभीर चीज है। खेलते-खेलते वो (ममता बनर्जी) आदर्श भूल गई हैं।

त्रिवेदी सही व्यक्ति, गलत पार्टी में थे : नड्डा: वहीं, नड्डा ने कहा कि जब मैं त्रिवेदी की बात करता था, तो मैं हमेशा कहता था कि वे एक अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन गलत पार्टी में हैं। इसे वे खुद भी महसूस करते थे। अब सही व्यक्ति सही पार्टी में है, जहां हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनका उपयोग देश की सेवा में कर सकेंगे।

ममता सरकार की जमकर आलोचना की थी: इस्तीफा देने के बाद त्रिवेदी ने कहा था कि बंगाल में बहुत ज्यादा हिंसा और भ्रष्टाचार है। मैं बंगाल से टीएमसी सांसद हूं। वहां टीएमसी का शासन है, लेकिन अगर मैं कुछ नहीं कर सकता तो मुझे यहां (राज्यसभा) क्यों बैठना चाहिए? यह विचार आते ही मुझे लगा कि यहां बैठने की कोई वजह नहीं है। या तो मैं चीजों को सही करता हूं या कोशिश करता हूं। मैंने पूरी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ।

सौरव गांगुली और मिथुन चक्रवर्ती भी शामिल हो सकते हैं
विधानसभा चुनाव से पहले 7 मार्च बंगाल की राजनीति के लिए बड़ी तारीख हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में बड़ी रैली करने वाले हैं। इस रैली में बीसीसीआई प्रेसीडेंट सौरव गांगुली का भाजपा में शामिल होना तय है। पार्टी के भरोसेमंद सूत्रों ने भास्कर से बातचीत में इसकी पुष्टि की है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस दिन सौरव के साथ-साथ मिथुन चक्रवर्ती, प्रोसेनजीत समेत बंगाल की कई नामी हस्तियां भाजपा में शामिल होंगी। सूत्रों ने बताया कि गांगुली को भाजपा में लाने की पटकथा दिसंबर 2019 में ही लिखी जा चुकी थी। तब के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पीएम मोदी की सहमति के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी थी।

टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी
पिछले कई महीनों से टीएमसी नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है। इसकी शुरूआत पिछले साल 19 दिसंबर को ममता सरकार में मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी से हुई थी। तब शुभेंदु के साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायकों ने भाजपा ज्वॉइन की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल के ही थे।

इसके बाद 21 जनवरी को शांतिपुर से विधायक अरिंदम भट्टाचार्य और 30 जनवरी को पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, विधायक बैशाली डालमिया और प्रबीर घोषाल ने भाजपा जॉइन कर ली थी। वहीं, डायमंड हार्बर से विधायक दीपक हल्दर ने 2 फरवरी और पांडेश्वर से विधायक जितेंद्र तिवारी ने 2 मार्च को भाजपा का दामन थाम लिया था।

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