चीन की घेराबंदी की तैयारी: हाशिमारा बेस पर तैनात होगी राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन, अगले महीने पूरा होगा काम

नई दिल्ली। हरियाणा के अंबाला के बाद अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा बेस पर राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन तैनात होगी। वायुसेना के अधिकारियों के मुताबिक, इसी साल अप्रैल महीने तक इसका काम पूरा कर लिया जाएगा। फ्रांस में पायलटों की ट्रेनिंग भी लगभग उसी समय पूरी होगी। हाशिमारा बेस उत्तर बंगाल में चीन-भूटान ट्राइजंक्शन के करीब है।
राफेल की डील और भारत में डिलीवरी
भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 59 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल जेट की डील की थी। इनमें 30 फाइटर जेट और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे। ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे और इनमें भी फाइटर जेट जैसे सभी फीचर होंगे। भारत को जुलाई के आखिर में 5 राफेल फाइटर जेट्स का पहला बैच मिला।
27 जुलाई को 7 भारतीय पायलट्स ने राफेल लेकर फ्रांस से उड़ान भरी और 7,000 किमी का सफर तय कर 29 जुलाई को भारत पहुंचे थे। 2019 में दशहरे पर राफेल भारत को सौंपे गए थे, तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में हिंदू रीति रिवाज से शस्त्र पूजा करते हुए राफेल पर ह्यओमह्ण बनाकर नारियल चढ़ाया और धागा बांधा था। इस पूजा पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए थे।
अब तक 11 राफेल भारत आए
भारत को जुलाई के आखिर में 5 राफेल फाइटर जेट्स का पहला बैच मिला था। दूसरी खेप में 3 नवंबर को 3 और तीसरी खेप में 27 जनवरी को 3 राफेल विमान भारत आए।अब तक 11 जेट भारत आ चुके हैं। मार्च तक 6 और विमान भारत को मिल जाएंगे। ऐसे में इसकी कुल संख्या 17 हो जाएगी। यह जानकारी राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सवाल के जवाब में दी थी। उन्होंने बताया था कि अप्रैल 2022 तक भारत को पूरे राफेल मिल जाएंगे।