ग्वालियरमध्यप्रदेश

गुर्जर महाकुंभ में उपद्रव का मामला: भीड़ को उकसाने वाले कांग्रेस MLA पर पुलिस ने कसा शिकंजा, 11 को भेजा जेल

ग्वालियर। ग्वालियर में बीते सोमवार गुर्जर महाकुंभ के दौरान जमकर उपद्रव देखने को मिला था। जिसमें एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। इस मामले में पुलिस का एक्शन जारी है। मंगलवार को सांसद, विधायक सहित 20 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करने के अलावा 700 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला केस दर्ज किया था। वहीं बुधवार को भीड़ को उकसाने वाले कांग्रेस विधायक और नेताओं पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 11 उपद्रवियों को जेल भेजा गया।

भीड़ को उकसाने वाले नेताओं के साथ मुरैना के कांग्रेस विधायक राकेश मवई, ग्वालियर के कांग्रेस नेता साहब सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं अब तक गिरफ्तार हुए 11 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। क्राइम ब्रांच पुलिस ने मुख्य आरोपी रुपेश यादव, रामप्रीत गुर्जर गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों 23 नामजद आरोपियों में शामिल है। दोनों पर बलवा, पथराव, शासकीय कार्य ने बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस ने 11 फरार आरोपियों पर पांच-पांच हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है। पुलिस ने इन आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीम में गठित कर दी है, जिनकी तलाश की जा रही है।

50 उपद्रवियों के हथियार लाइसेंस होंगे निरस्त
वहीं 50 उपद्रवियों के हथियार लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा है। यूपी के सांसद और विधायक पर भी केस दर्ज हो चुका है। यूपी के बिजनौर से बीएसपी सांसद मलूक नागर और यूपी की सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। यूनिवर्सिटी थाने में बलवा का केस दर्ज हुआ है। गुर्जर महाकुंभ के बाद भीड़ ने कलेक्ट्रेट सहित अन्य इलाकों में उपद्रव किया था।

यह है पूरा मामला
बता दें, सोमवार को ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर गुर्जर समाज के द्वारा महाकुंभ का आयोजन किया गया। इसमें मध्यप्रदेश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में समाज के नेतागण और लोग शामिल हुए। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश का एक सांसद और विधायक भी शामिल हुआ था। महाकुंभ के बाद जब हजारों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने के लिए पहुंचे तो उस दौरान उन्होंने जमकर उत्पात मचाया। जब इनको पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो यह उन पर ही हावी हो गए और उसके बाद उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें जहां एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे वहीं एसपी कलेक्टर सहित आधा सैकड़ा से अधिक अधिकारियों की गाड़ियां पत्थरबाजी में चकनाचूर हो गई थी।

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