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भाजपा की दहलीज पर आ कर क्यों ठिठक गए कदम हार्दिक पटेल के ?

अहमदाबाद। गुजरात (Gujrat) में विधानसभा चुनाव होने में अभी 6 महीने का वक्त बचा है। लेकिन इससे पहले जमकर सियासी दांवपेंच चलाए जा रहे हैं। किसी पार्टी का कौन सा नाराज या असंतुष्ट नेता चुनाव से पहले किस पार्टी में जाएगा इसको लेकर भी अटकलों का दौर चल रहा है। इस बीच पाटीदार नेता कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने भाजपा में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि मैं आज भाजपा (BJP) शामिल नहीं हो रहा हूं, अगर ऐसा कुछ होगा तो मैं आप सभी को बता दूंगा।

बता दें कि हार्दिक पटेल ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को भेजे अपने त्यागपत्र में हार्दिक ने लिखा था कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है जबकि देश के लोगों को विरोध नहीं बल्कि ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो और हमारे देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो। चुनाव से पहले उनका यह कदम कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।





उन्होंने अपने त्यागपत्र मोदी सरकार (Modi government) की तारीफ करते हुए आगे लिखा था कि अयोध्या में राम मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने जैसे फैसले हों, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था। लेकिन, कांग्रेस इसमें केवल बाधा बनने का काम करती रही। कांग्रेस का रुख केवल केंद्र का विरोध करने तक ही सीमित रहा। बता दें हार्दिक पटेल पाटीदारों को आरक्षण देने के लिए चलाए गए आंदोलन का प्रमुख चेहरा भी रहे हैं।

मूसेवाला की मौत पर आप और मान को घेरा
उन्होंने ट्विटर के जरिये पंजाब में गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या को लेकर आम आदमी पार्टी पंजाब की भगवंत मान सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पटेल ने Tweet किया, पंजाब को इस दुखद घटना के साथ अहसास हुआ है कि कितना घातक होता है जब सरकार अराजक हाथों में जाती है। कुछ दिन पहले चर्चित कबड्डी खिलाड़ी की नृशंस हत्या हुई थी और प्रसिद्ध युवा कलाकार सिद्धू मूसेवाला की आज हुई हत्या अहम सवाल खड़े करती है। पंजाब के मुख्यमंत्री और दिल्ली से आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार चलाने वाले लोगों को सोचना होगा कि क्या वे पंजाब को दर्द देने के लिए कांग्रेस जैसी दूसरी पार्टी बनना चाहते हैं या वास्तव में लोगों के लिए कुछ करना चाहते हैं।

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