रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘‘गलत संदर्भ में’’ उदयपुर हत्याकांड से ‘‘गलती से’’ जोड़कर दिखाने के लिए दो जुलाई को माफी मांगी थी
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक बयान को गलत तरीके से पेश करने वाले टीवी जर्नलिस्ट के लिए मुश्किलें बढ़ गयी हैं। टीवी न्यूज़ एंकर रोहित रंजन ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उन्हें इस मामले में दंडात्मक कार्यवाही से संरक्षण दिया जाए। रंजन ने इस गलती के लिए माफी माँगी है और उनके चैनल ने भी इसके लिए अपनी पूरी टीम की तरफ से क्षमायाचना की है।
इस टीवी चैनल के कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हुए राहुल गांधी का एक वीडियो दिखाया गया था, जिसमें राहुल ने उनके वायनाड कार्यालय में तोड़-फोड़ करने वालों को बच्चे बताया था और कहा था कि उनके मन में उनके लिए कोई दुर्भावना नहीं है। आरोप है कि रोहित रंजन ने अपने कार्यक्रम में एक जुलाई को इस वीडियो का ‘‘शरारतपूर्ण ढंग से’’ इस्तेमाल किया और इस तरह से दिखाया कि राहुल उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों को माफ करने की बात कर रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ पुलिस का एक दल रोहित रंजन को उनके घर से गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पहुंचा था लेकिन उन्हें नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और रात में जमानत पर रिहा कर दिया।
आज रोहित रंजन की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक याचिका में वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने छेड़छाड़ की गयी वीडियो क्लिप के प्रसारण के लिए कई राज्यों में रोहित के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज किए जाने के बाद याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया। इस पर न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी की अवकाशकालीन पीठ ने कहा, ‘‘इसे कल (गुरुवार) के लिए सूचीबद्ध कीजिए।’’
लूथरा ने कहा, ‘‘इस शख्स को नोएडा में कल उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया और जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि अपराध जमानती था।’’
उन्होंने कहा कि समाचार प्रस्तोता ने एक कार्यक्रम में गलती की थी और उसके लिए माफी मांग ली थी तथा खबर वापस ले ली गयी थी। उन्होंने कहा, ‘‘अब छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। कृपया इस पर तत्काल सुनवाई कीजिए, अन्यथा उन्हें बार-बार हिरासत में लिया जाएगा।’’
नोएडा पुलिस के एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर समाचार एजेंसी से कहा, ‘‘एक जुलाई को रंजन के शो के दौरान प्रसारित हुए छेड़छाड़ वाले वीडियो को लेकर उनके ही चैनल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (सार्वजनिक शरारत करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी प्राथमिकी के संबंध में नोएडा सेक्टर-20 थाने के एक दल ने उन्हें मंगलवार सुबह पूछताछ के लिए उनके घर से हिरासत में लिया।’’
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने को बताया कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर रविवार को रंजन और जी न्यूज के अन्य कर्मियों के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।
इससे पहले, रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘‘गलत संदर्भ में’’ उदयपुर हत्याकांड से ‘‘गलती से’’ जोड़कर दिखाने के लिए दो जुलाई को माफी मांगी थी। इससे एक दिन पहले कार्यक्रम प्रसारित किया गया था। रंजन ने ट्वीट किया था, ‘‘हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़कर गलत संदर्भ में चल गया था। यह एक मानवीय भूल थी, जिसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी है। हम इसके लिए खेद जताते हैं।’’
लूथरा ने कहा, ‘‘इस शख्स को नोएडा में कल उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया और जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि अपराध जमानती था।’’
उन्होंने कहा कि समाचार प्रस्तोता ने एक कार्यक्रम में गलती की थी और उसके लिए माफी मांग ली थी तथा खबर वापस ले ली गयी थी। उन्होंने कहा, ‘‘अब छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। कृपया इस पर तत्काल सुनवाई कीजिए, अन्यथा उन्हें बार-बार हिरासत में लिया जाएगा।’’
नोएडा पुलिस के एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर समाचार एजेंसी से कहा, ‘‘एक जुलाई को रंजन के शो के दौरान प्रसारित हुए छेड़छाड़ वाले वीडियो को लेकर उनके ही चैनल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (सार्वजनिक शरारत करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी प्राथमिकी के संबंध में नोएडा सेक्टर-20 थाने के एक दल ने उन्हें मंगलवार सुबह पूछताछ के लिए उनके घर से हिरासत में लिया।’’
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने को बताया कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर रविवार को रंजन और जी न्यूज के अन्य कर्मियों के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।
इससे पहले, रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘‘गलत संदर्भ में’’ उदयपुर हत्याकांड से ‘‘गलती से’’ जोड़कर दिखाने के लिए दो जुलाई को माफी मांगी थी। इससे एक दिन पहले कार्यक्रम प्रसारित किया गया था। रंजन ने ट्वीट किया था, ‘‘हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़कर गलत संदर्भ में चल गया था। यह एक मानवीय भूल थी, जिसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी है। हम इसके लिए खेद जताते हैं।’’