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मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का बढ़ाया तीन साल का कार्यकाल

नई दिल्ली। मोदी सरकार (Modi government) ने शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (Governor of Reserve Bank of India) के रूप में तीन और वर्षों के लिए फिर से नियुक्त किया है। पुनर्नियुक्ति 10 दिसंबर से या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी होगी। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक लेकिन कैबिनेट ने भी शक्तिकांत दास को अगले तीन साल की अवधि के लिए फिर से आरबीआई के गवर्नर पद पर बने रहने पर मुहर लगा दी है। अब वह 10 दिसंबर को वो 26वें गवर्नर नियुक्त होंगे।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने गुरुवार देर रात इस फैसले को मंजूरी दे दी। दास पहले वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) में आर्थिक मामलों के सचिव (economic affairs secretary) थे और उन्हें 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल की अवधि के लिए केंद्रीय बैंक के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। सरकार का ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल, कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को भी चोट पहुंची है। ऐसे में शक्तिकांत दास का इस पद पर बने रहने से अर्थव्यवस्था में ग्रोथ करने में मदद मिल सकती है।

शक्तिकांत दास (64) के नेतृत्व में कोरोना काल में केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कमी और विकास का समर्थन करने और सबसे खराब दौर में लिक्विडिटी बनाए रखने का प्रयास किया। शक्तिकांत दास विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है और उन्होंने वित्त, कराधान, उद्योग, बुनियादी ढांचे आदि के क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वह सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर हैं।

2018 में 25वें आरबीआई गवर्नर हुए थे नियुक्त
शक्तिकांत दास ने 10 दिसंबर 2018 को रिजर्व बैंक के गवर्नर का पदभार संभाला था। वह आरबीआई के 25वें गवर्नर बने। शक्तिकांत दास पूर्व वित्त सचिव और वित्त आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं । 2018 में वो उर्जित पटेल की जगह ली थी। उर्जित पटेल सितंबर 2016 में फइक के 24वें गवर्नर नियुक्त हुए थे, लेकिन अपने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही निजी कारणों का हवाला देते हुए अचानक आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था।





भारत में सबसे शक्तिशाली लोगों में माना जाता है दास को
शक्तिकांत दास उर्जित पटेल (Urjit Patel) के इस्तीफे के बाद RBI Governor बने। 26 फरवरी 1957 को जन्मे शक्तिकांत दास ने इतिहास से दिल्ली के से एमए की डिग्री हासिल की है। वे तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, शक्तिकांत दास को भारत के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता था। इससे पहले दास ने भारत के आर्थिक मामलों के सचिव, भारत के राजस्व सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में भी काम किया है।

भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज आर्थिक वृद्धि का अनुमान
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अगले साल 2022 में दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था के रूप में अनुमान लगाया है कि भारत में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर होगी. आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक, भारत में यह वृद्धि दर 8.5 फीसदी तक पहुंच सकती है। जबकि अमेरिका में यह दर 5.2 फीसदी तक ही हो सकती है।

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