सियासत: पवार की डिनर पार्टी में केन्द्रीय मंत्री गडकरी को न्योता, निकाले जाने लगे कई सियासी मायने

नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के आवास पर मंगलवार की रात को महाराष्ट्र से जुड़े तमाम पार्टियों के नेताओं को रात्रिभोज में बुलाया। सबसे खास बात यह रही की पवार ने महाराष्ट्र में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों में जारी खींचतान के बीच डिनर पार्टी का आयोजन किया। इस मौके पर जहां महाविकास अघाड़ी समेत कई बीजेपी विधायक मौजूद रहे। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत समेत कई नेता शामिल हुए।
शरद पवार ने यह डिनर पार्टी ऐसे दिन रखी, जिस दिन दिन शिवसेना नेता संजय राउत के ठिकानों पर ईडी ने बड़ी कार्रवाई की। हालांकि अब इस पार्टी के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। दरअसल महाराष्ट्र के विधायक लोकसभा सचिवालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. इससे पहले, महाराष्ट्र के विधायकों ने चाय पार्टी पर राउत से उनके आवास पर मुलाकात की थी। शरद पवार को यूपीए चेयरपर्सन बनाने को लेकर भी मुहिम चल रही है. हालांकि वो खुद इसको लेकर अनिच्छा जता चुके हैं, लेकिन उनके घर पर नेताओं के इस जमघट के राजनीतिक मायने तो जरूर निकाले जाएंगे।
इससे पहले दिन में महाराष्ट्र के विधायक शाम 6 बजे शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पर एक चाय पार्टी में शामिल हुए। शरद पवार ने आज रात महाराष्ट्र के विधायकों को डिनर के लिए आमंत्रित किया। सभी दलों के नेता संसद में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली में हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम देश की संसदीय प्रणाली के अनुसार पहली बार चुने गए सभी विधायकों के लिए है।
वहीं एक एजेंसी से बात करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण, जो महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य भी हैं, ने बताया कि पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों को लोकसभा सचिवालय द्वारा एक कार्यक्रम के लिए दिल्ली बुलाया गया है। 5 अप्रैल से 6 अप्रैल को इनकी ट्रेनिंग होगा। उन्होंने कहा, इस अवसर को खास बनाने के लिए हमने भी एक डिनर पार्टी रखी है। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात शिष्टाचार मुलाकात ही होगी।
कांग्रेस के असंतुष्टों पर भाजपा की नजर
उधर, भाजपा की नजर कांग्रेस के असंतुष्टों पर है। बीते दिनों 25 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर गठबंधन सरकार में शामिल पार्टी के मंत्रियों द्वारा उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। यदि उनकी नाराजगी और बढ़ती है और वे बगावत पर उतरते हैं तो भाजपा उन्हें अपने पाले में लेने में देर नहीं करेगी।
राज ठाकरे के सक्रिय होने से हलचल
उधर, जहां भाजपा की ओर से नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में सक्रियता बढ़ाई है, वहीं, शिवसेना प्रमुख व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ‘मनसे’ के प्रमुख राज ठाकरे भी ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। लंबे अरसे बाद उन्होंने मस्जिदों में तेज आवाज में लाउड स्पीकर बजाए जाने पर आपत्ति जताते हुए इन पर कार्रवाई की मांग की है। इन हालातों से लग रहा है कि महाराष्ट्र में नए सियासी समीकरण बन सकते हैं।