कोविड 19 के इलाज के लिए कोल्चीसीन दवा कितना प्रभावी, मिली ट्रायल को मंजूरी
नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Corona epidemic) ने दुनिया सहित भारत में लाखों की जानें ले चुका है। इससे से बचाने के लिए दुनियाभर में दवाइयों खोजने के लिए अभियान जारी है। अब गठिया के इलाज में काम आने वाली दवा कोल्चीसीन (Colchicine) के ह्यूमन ट्रायल ( Human trial) को मंजूरी दी गई है।
माना जा रहा है कि यह दूसरी लहर में आए नए वैरिएंट के खिलाफ बेहतर हथियार साबित होगा। हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक कोल्चीसीन को कोरोना के नए वैरिएंट B.1.167 के इलाज में प्रभावी माना जा रहा है और अध्ययन में इस बात पर मुहर लगाई गई है। दवा के ट्रायल में देखने को मिला कि इससे कोरोना संक्रमित मरीजों में हार्ट संबंधी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।
ट्रायल से संबंधित एक रिसर्च न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ( New England Journal of Medicine) में भी प्रकाशित हुई थी। अब ICMR के वैज्ञानिकों ने इस दवा के बारे में और आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं। साथ ही ड्रग DCGI से प्री क्लीनिकल ट्रायल के बाद कोल्चीसीन के दूसरे और तीसरे फेस के ट्रायल की इजाजत भी मांगी थी जिसे अब हरी झंडी मिल गई है।
भारत में 300 मरीजों पर हो चुका है अध्ययन
अमेरिका से लेकर भारत में इस दवा पर रिसर्च जारी है ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में एक नया हथियार मिल सके। भारत के 4 अस्पतालों में करीब 300 मरीजों पर इस कोल्चीसीन को लेकर अन्य देशों में अब तक किए गए अध्ययन से एक और बड़ी बात निकलकर सामने आई है। यह दवा बीमारी को गंभीर होने से रोकती है। साथ ही मरीजों की वेंटिलेटर पर निर्भरता और मृत्यु दर को कम करती है। बावजूद इसके अब तक किसी भी देश ने कोरोना के इलाज के लिए इस दवा को मंजूरी नहीं दी है।