नई परेशानी: नाक के जरिए दिमाग में पहुंचा व्हाइट फंगस बना थक्का, सर्जरी करने वाले डॉक्टर भी हैरान

हैदराबाद। कोरोना वायरस (corona virus) की दूसरी लहर (Second wave) के बाद कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों में अब कई प्रकार की बीमारियां सामने आ रही है। इसी कड़ी में अब हैदराबाद में एक मरीज के नाक द्वारा दिमाग में व्हाइट फंगस (white fungus) के पहुंचने का मामला सामने आया है जो मस्तिष्क (Brain) में एक फोड़ा बना रहा था। जब डॉक्टरों ने उसके मस्तिष्क का स्कैन किया तो पाया कि मस्तिष्क में थक्का जैसा कुछ जमा था। जब डॉक्टरों ने सर्जरी की पता चला कि वह व्हाइट फंगस था, जिसने दिमाग में एक फोड़ा बना दिया था। बता दें कि मरीज कुछ महीने पहले कोरोना संक्रमण की चपेट में आया था, ठीक होने के बाद बाद वह लगातार कमजोरी और बोलने में कठिनाई की शिकायत की थी।
मधुमेह से ग्रसित मरीजों में मिलते हैं ऐसे लक्षण
डॉ. रंगनाधाम (Dr. Ranganadham) ने बताया कि फंगस इंफेक्शन के अधिक मामले मधुमेह (diabetes) से ग्रसित मरीजों में मिलते हैं। ये मामला दुर्लभ इसलिए भी है क्योंकि रोगी डायबिटीक नहीं था। डॉक्टरों ने बताया कि मस्तिष्क के भीतर छोटे-छोटे टुकड़े मिले हैं जिनमें आपरेशन के दौरान कोई बदलाव नहीं देखा गया। इसी तरह मस्तिष्क के एक हिस्से में सड़ा हुआ तत्त्व मिला है जो मस्तिष्क से पूरी तरह अलग था।
कोरोना संक्रमित मरीज का आपरेशन करने के बाद डॉक्टर ने बताया कि यह बीमारी एक अलग तरह की बीमारी है। रोगी ने अस्पताल में भरती होने के बाद कमजोरी की शिकायत की थी। साथ ही उसे बोलने में भी परेशानी हो रही थी। ब्रेन स्कैन में बायें हिस्से में एक बड़ा घाव और दो छोटे घाव मिले थे. एमआरआई में पता चला कि बड़ा घाव काफी बढ़ गया था।
डॉक्टरों ने बताया कि व्हाइट फंगस नाक के जरिये दिमाग में प्रवेश नहीं किया था, इसलिए यह जांच का विषय है कि यह फंगस दिमाग तक कैसे पहुंचा। देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आये थे, जिससे सैकड़ों की मौत हुई तो कई लोगों की आंख निकालनी पड़ी थी। ब्लैक फंगस ने ज्यादातर ऐसे लोगों पर अटैक किया था जो डायबिटीज से पीड़ित थे।