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XE वैरिएंट की दस्तक के बाद भारत में राहत: एक दिन में मिले 1,033 नए मरीज, एक्टिव केस भी 11,639 ही बचे

नई दिल्ली। एक ओर जहां कोरोना महामारी चीन और ब्रिटेन समेत कई देशों में कहर बरपा रही है। वहीं भारत में कोरोना के नए वैरिएंट एक्सई की दस्तक के बाद भी फिलहाल राहत जारी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार बात करें तो गुरुवार को महज 1,033 नए मरीज मिले हैं। वहीं इस दौरान 43 लोगों की मौत भी हुई जो कि कल की तुलना में 28 कम है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 1,876 लोग डिस्चार्ज भी हुए।

देश में मिले और ठीक हुए मरीजों के बाद भारत में एक्टिव केसों की संख्या तेजी से कम होते हुए 11,639 ही रह गई है। सक्रिय मामलों में भारी कमी का मतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। वहीं महामारी की शुरूआत से अब तक स्वस्थ होने वाले कुल मरीजों की संख्या 4.24 करोड़ से अधिक ( 4,24,98,729) हो गई है।

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे।





महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने दिया नए वैरिएंट को लेकर जवाब
महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ‘ए’ मिलने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जवाब देते हुए कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि अभी तक एनआईबी की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि ए वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में 10 फीसदी अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है। हम रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे; केंद्र या एनआईबी से कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता।

क्या है नया एक्सई वैरिएंट
मंत्रालय के अनुसार, कोरोना का नया एक्सई स्ट्रेन ओमिक्रॉन वैरियंट से निकले बीए.1 और बीए.2 से रीकॉम्बिनेंट है। यह एक्सई स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में 10 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है लेकिन बीए.1 की तुलना में यह 40 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। बीते वर्ष दिसंबर माह में ओमिक्रॉन के जब भारत में मामले मिलना शुरू हुए थे तब मरीजों में बीए.1 वैरियंट ही सबसे अधिक था लेकिन इस साल जनवरी में बीए.2 वैरियंट अधिक मिलने लगे थे। एक्सई वैरियंट सबसे पहले इसी साल जनवरी महीने में यूके में सबसे पहले मिला था लेकिन तब से लेकर अब तक यह थाईलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका में मिला है।

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