कोरोना से जंग की तैयारी में सरकार:प्राइवेट अस्पतालों को 20% बेड रिजर्व करने के आदेश

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प्रदेश के 175 अस्पतालों में बढ़ जाएगी 3382 बेड की क्षमता
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार ने आयुष्मान योजना ‘निरामयम’ में इम्पैनल्ड प्राइवेट अस्पतालों को अपने यहां 20% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने का आदेश दिया है। इसमें राजधानी भोपाल के 61 अस्पताल समेत प्रदेशभर के 175 प्राइवेट मेडिकल इंस्टीट्यूट और हॉस्पिटल शामिल हैं। इस आदेश के बाद राजधानी भोपाल के 61 अस्तपालों में करीब 1100 समेत प्रदेश में कोविड के इलाज के लिए 3382 बेड क्षमता बढ़ जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश में एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 का हवाला देते हुए ये आदेश जारी किए हैं। राजधानी समेत प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार के उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में बेड्स की जितनी क्षमता थी, वह लगभग आक्युपाइड हो रही है। इसलिए राज्य सरकार ने आगे की तैयारी करते हुए आयुष्मान योजना वाले प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड आरक्षित करने का आदेश जारी किया है।
मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2012 नए केस मिले हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और अब उज्जैन में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। भोपाल में रिकार्ड 460 केस आए हैं। इससे पहले एक दिन में संक्रमितों का इतना बड़ा आंकड़ा सामने नहीं आया। इसी तरह इंदौर में 619, जबलपुर में 159 और उज्जैन में 85 नए केस मिले हैं।
पांच शहरों में 5,890 बेड खाली
भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर में संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। इन शहरों में प्राइवेट अस्पतालों में 6746 ओर सरकारी अस्तपालों में 2303 बेड कोरोना मरीजों के लिए हैं। इनमें से प्राइवेट अस्पताल के 2226 और सरकारी अस्पताल के 933 बेड़ भरे हैं। यानी 4520 बेड प्राइवेट अस्तपाल और 1370 बेड खाली हैं। यानी 5,890 बेड फिलहाल खाली हैं। बता दें कि यह वे प्राइवेट अस्पताल हैं, जिन्हें सरकार ने कोरोना के लिए अधिकृत किया है।
60% मरीज होम आइसोलेशन और 40% अस्पतालों में भर्ती
मध्य प्रदेश में कोरोना के 12,995 एक्टिव केस हैं। इसमें से 60% मरीज होम आइसोलेशन और 40% अस्पतालों में भर्ती हैं। अस्तापतों में भर्ती 14% बिना आक्सीजन वाले बेड पर हैं। जबकि 16% आक्सीजन वाले बेड पर हैं। जबकि 10% मरीज ऌऊव या कउव में हैं। इंदौर, भोपाल सहित 5 शहरों की बात करें तो यहां 35% बेड भर चुके हैं। 26 मार्च को 2142 नए संक्रमित मिले हैं। लेकिन सरकार का मानना है कि कोरोना का ग्राफ बढ़ा तो प्रदेश में 25 अप्रैल को एक दिन में 6376 केस आने की संभावना है।
पांच बड़े शहरों में बेड की स्थिति
शहर कुल बेड भरे खाली
इंदौर 4,607 1467 3,140
भोपाल 2455 1153 1,302
जबलपुर 1113 276 837
ग्वालियर 518 62 456
उज्जैन 356 201 155
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