मध्यप्रदेश

कोरोना पर सरकार की सख्ती: भोपाल-इंदौर समेत अब 11 जिलों में रहेगा संडे लॉकडाउन, 31 के बाद आधे सरकारी कर्मचारी आएंगे दफ्तर

भोपाल। मध्यप्रदेश में एक दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या पिछले एक सप्ताह से बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में 2,091 नए केस मिले, जबकि 23 मार्च को यह आंकड़ा 1885 था। विदिशा, उज्जैन, ग्वालियर,नरसिंहपुर शहरों के साथ छिंदवाड़ा जिले के सौंसर में भी रविवार को लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। इससे पहले भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रतलाम, बैतूल और छिंदवाड़ा और खरगोन में रविवार लॉक डाउन हो चुका है। इस तरह 11 शहरों में इस रविवार लॉकडाउन रहेगा। 31 मार्च से इंदौर और भोपाल शहर के सरकारी दफ्तरों में आधे ही कर्मचारियों को बुलाया जाएगा। रोटेशन सिस्टम पहले की तरह लागू हो सकता है। कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार शाम यह फैसला लिया।

कोरोना से पिछले 48 घंटे में 18 लोग जान गंवा चुके हैं। इसमें झाबुआ का 8 साल का बच्चा भी शामिल है। उसे 16 मार्च को बुखार आया था और इंदौर में इलाज चल रहा था। कोरोना की दूसरी लहर के बाद इतने कम उम्र के बच्चे की यह संभवत: पहली मौत है। यही वजह है कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर के अलावा छोटे शहरों में प्रशासन अब ज्यादा सख्ती कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार देर शाम कोरोना के वर्तमान हालातों की समीक्षा करने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।




प्रदेश में सबसे ज्यादा केस वाले शहर भोपाल, इंदौर और जबलपुर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य में 60% केस सिर्फ इन तीन शहरों में दर्ज किए गए। भोपाल में कोरोना की रफ्तार बढ़ने के साथ एक्टिव केस में तेजी से वृद्धि हो रही है। यहां एक सप्ताह में 45% एक्टिव केस बढ़ गए हैं। यदि मार्च महीने के 24 दिन के आंकड़े देखें तो अब तक 5 गुना वृद्धि हो चुकी है। भोपाल में 1 मार्च को एक्टिव केस 556 थे, जो 24 मार्च को बढ़कर 3195 हो चुके हैं।

संक्रमण दर में 2.1% की बढ़ोत्तरी
पिछले 7 दिन में जिस तरह से प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है, उससे संक्रमण दर में 2.1% की वृद्धि हुई है। 17 मार्च को यह दर 5.2% थी, जो 24 मार्च को बढ़कर 7.3% तक पहुंच गई है। यानी टेस्ट बढ़ने के साथ पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसकी वजह यह सामने आई है कि संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वालों को ट्रेस करने में लापरवाही हो रही है।

सीएम ने कहा- महानगरों में कोरोना महा संक्रमण की तरफ फैल रहा है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के महानगरों में कोरोना महा संक्रमण की तरह फैल रहा है। इसे रोकने के लिए संक्रमण को रोकना, अस्पतालों में व्यवस्था और वैक्सीनेशन पर सरकार का ज्यादा फोकस है। उन्होंने संकेत दिए कि अब ज्यादा सख्त निर्णय लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का आर्थिक गतिविधियों पर बहुत ही बुरा असर होता है। लेकिन आपात जैसी स्थिति में कुछ मयार्दा रखनी पड़ती है और लोगों की जान बचाने के लिए सरकार को अपना धर्म निभाना पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए फैसले लिए जाएंगे।

कक्षा 8वीं तक के स्कूलों को लेकर होगा फैसला
प्रदेश में 8वीं तक के स्कूलों को 1 अप्रैल से खोले जाने का लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि जिस तरह से केस बढ़ते जा रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्राइमरी व मिडिल स्कूल फिलहाल बंद ही रहेंगे। इसको लेकर मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में फैसला हो सकता है। बता दें कि कक्षा 8वीं तक के स्कूल एक साल से बंद हैं।

20 से अधिक केस वाले जिलों की संख्या 13 से बढ़कर 15 हुई
भोपाल, इंदौर और जबलपुर सहित 15 जिलों में 20 से अधिक कोरोना केस आने लगे हैं। उज्जैन, खरगोन, छिंदवाड़ा, रतलाम और बैतूल में संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 25 घंटे में उज्जैन (83), रतलाम (65), ग्वालियर (63), खरगौन (60), बैतूल (54), सागर (44), बड़वानी (37), छिंदवाड़ा (35), नरसिंहपुर (33), शहडोल (27), बालाघाट (26) और शाजापुर में (22) संक्रमित मिले।

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