नई दिल्ली। पूरी दुनिया में पिछले एक साल से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर जारी है। भारत में संक्रमण काबू आने के बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है। देश में लगातार ग्यारह दिनों से कोरोना के दैनिक मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई। कई राज्यों में हालत भयावह होने के बाद पाबंदियां बढ़ा दी गईं हैं। रविवार को इस साल के सर्वाधिक करीब 44 हजार मामले दर्ज किए गए। कोरोना संक्रमण के नए मामलों में एक बार फिर तेजी आई है, लेकिन पिछले साल की तुलना में मौतों की संख्या आधे से भी कम हैं, ऐसे में डरें नहीं, सतर्कता बरतें।
रविवार को दर्ज कुल मामलों में से 30,535 हजार सिर्फ महाराष्ट्र के हैं। यह महाराष्ट्र में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। अहम बात यह है कि पिछले साल 20 से 24 नवंबर के बीच जब रोज मिलने वाले मरीजों का औसत 44 हजार था, तब रोज औसतन 514 मौतें हुई थीं। अब फिर से 44 हजार मरीज मिलने लगे हैं, लेकिन रोजाना मौतों का औसत 180 है। यानी पहले के मुकाबले आधे से भी कम मौतें हो रही हैं। देश में पिछले 30 दिन में ही रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या 14 हजार से 44 हजार पहुंच गई है, यानी तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी। रोज होने वाली मौतें 101 से 197 पहुंची है, यानी दोगुने से भी कम बढ़ोतरी।
इन शहरों में कोरोना की दूसरी लहर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश के 85.14 फीसदी नए मरीज सिर्फ छह राज्यों महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, गुजरात और मध्यप्रदेश में मिल रहे हैं। देश के कुछ शहर कोरोना की दूसरी लहर की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें मुंबई, पुणे और नागपुर प्रमुख हैं। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1.15 करोड़ से ज्यादा हो गई है। सक्रिय मरीजों की संख्या तीन लाख पार हो चुकी है।