चारा घोटाले में लालू को न्याय दिलाने तेज की न्याय यात्रा की शुरूआत, घर-घर जाकर कहेंगे यह बात
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाल के डोरंडा कोषागार मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने पांच साल कारावास की सजा सुनाई है। इसको लेकर लालू के दोनों बेटे कोर्ट के इस फैसले से नाराज है। इस नाराजगी के बीच लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव रविवार से बिहार के पूरे जिले में न्याय-यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं। तेज प्रताप इस न्याय रथयात्रा की शुरूआत पटना से कर रहे हैं। बता दें कि प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप अपनी अलग हरकतों के लिए बिहार की राजनीति में पहचाने जाते हैं। अब तेज प्रताप का कदम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अभियान चलाने का है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेज प्रताप यादव कुछ दिनों में न्याय रथ के जरिए पूरे प्रदेश में घूम- घूमकर जनता को यह बताने की कोशिश की जाएगी कि कैसे उनके पिता लालू प्रसाद को चारा घोटाले में फंसाया गया है। तेज प्रताप ने आरोप लगाया है कि चारा घोटाले में बीजेपी ने उनके पिता लालू प्रसाद को फंसाया है और वह अब अपने पिता को जेल से बाहर निकालने के लिए न्याय रथयात्रा की शुरूआत कर रहे हैं।
तेज प्रताप का कहना है कि लालू ने हमेशा केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गलत नीतियों का विरोध किया है और इसी की वजह से उन्हें चारा घोटाले में फंसा दिया गया और फिलहाल लालू जेल में बंद है।बता दें कि तेजप्रताप यादव पहले ही कह चुके हें कि लालू प्रसाद ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लगातार लड़ी। संसद से सड़क और जेल तक उन्होंने इसकी लड़ाई लड़ी। लालू प्रसाद की इस लड़ाई के लिए खून भी बहाना पड़े तो बहाएंगे।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे कई विभागों में बड़ा घोटाला हुआ। नीतीश कुमार पर भी गंभीर आरोप लगे पर उन्हें क्यों जेल नहीं भेजा गया? तेज प्रताप ने न्याय रथयात्रा का कार्यक्रम जो तय किया है उसके मुताबिक आज एक न्याय रथ को हरी झंडी दिखाकर वे अपने आवास से रवाना करेंगे और यह रथ अगले कुछ दिनों में बिहार के सभी जिलों में भ्रमण करेगा और लालू के खिलाफ कथित अन्याय को लेकर जनता को जागरूक करेगा।