अहोई अष्टमी के दिन व्रती महिलाएं भूलकर भी न करें ये गलतियां, नाराज हो सकती है अहोई माता
अहोई अष्टमी का व्रत 28 अक्टूबर गुरुवार को रखा जाएगा। ये व्रत संतान की सलामती और उज्जवल भविष्य की कामना के लिए मांएं रखती हैं। जिन महिलाओं की संतान नहीं है, वे भी संतान प्राप्ति की कामना के साथ इस व्रत को रख सकती हैं। इस दिन माताएं निर्जला व्रत रखती हैं और बच्चों के भाग्योदय की कामना करती हैं। इस बार अहोई अष्टमी का व्रत गुरुवार, 28 अक्टूबर को रखा जाएगा। आइए जानते हैं अहोई अष्टमी के व्रत में कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए।
भूलकर भी व्रत करते समय न करें ये गलतियां-
अहोई माता का व्रत करते समय भूलकर भी व्रती को काले गहरे नीले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
– अहोई अष्टमी के व्रत की पूजा शुरु करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा जरुर करनी चाहिए। कहा जाता है कि किसी भी पूजा का फल तभी मिलता है जब पूजा की शुरुआत भगवान गणेश जी का नाम लेकर की जाए।
-अहोई अष्टमी के व्रत की पूजा करते समय पहले से इस्तेमाल की हुई पूजा सामग्री का इस्तेमाल न करें।
-अहोई अष्टमी की पूजा करते समय ध्यान रखें कि कभी भी कांसे के लोटे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन कांसे को शुभ नहीं माना जाता है।
-व्रत का भोजन बनाते समय याद रखें कि इसमें तेल, प्याज, लहसुन आदि का प्रयोग न करें। इसके अलावा कई जगह करवाचौथ पर इस्तेमाल किए गए करवे को पूजा में प्रयोग में ले लिया जाता है। लेकिन आप ऐसा बिल्कुल न करें।
-व्रती महिला को दिन में नहीं सोना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से संतान की उम्र क्षीण होती है।
-अहोई अष्टमी के व्रत में निर्जला व्रत रखा जाता है। इस व्रत में सास-ससुर या घर के किसी बड़े के लिए बायना भी निकाला जाता है।