आदरणीय मैडम, यहां मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।' इससे पहले उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रमुख भी अपना पद छोड़ चुके हैं। कांग्रेस को पांच में से एक भी राज्य में सफलता हासिल नहीं हो सकी।
चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस को मिली करारी हार का ठीकरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर फूट गया है। उत्तराखंड और यूपी के प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफा देने के बाद आज सिद्धू ने भी इस पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्वीट करके उक्त जानकारी दी। सिद्धू ने ट्वीट में लिखा,-कांग्रेस अध्यक्ष की इच्छा के अनुसार मैंने अपना इस्तीफा भेज दिया है…। बता दें बीते साल जुलाई में पहली बार पार्टी के राज्य प्रमुख बनाए गए सिद्धू इससे पहले भी पद छोड़ने की पेशकश कर चुके थे।
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा था कि वे पीसीसी के पुनर्गठन की सुविधा के लिए अपना इस्तीफा दें। इससे पहले मंगलवार को विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के कारण तलाशते हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूयूसी) की बैठक में सभी पक्षों को सुना गया था। पंजाब के मामले में ज्यादातर नेताओं ने पार्टी की अंदरूनी कलह के अलावा नवजोत सिद्धू, चरणजीत चन्नी और पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ के बीच सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी को जिम्मेदार ठहराया था।
इस्तीफे में क्या लिखा सिद्धू ने
सिद्धू ने संक्षिप्त रूप में लिखा, ‘आदरणीय मैडम, यहां मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’ इससे पहले उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रमुख भी अपना पद छोड़ चुके हैं। कांग्रेस को पांच में से एक भी राज्य में सफलता हासिल नहीं हो सकी। कहा जा रहा था कि पार्टी उत्तराखंड और गोवा में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है, लेकिन नतीजों में पार्टी को निराशा हाथ लगी।
कई मंत्रियों ने सिद्धू पर फोड़ा था ठीकरा
पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, बलबीर सिंह सिद्धू, सांसद रवनीत बिट्टू और गुरजीत औजला ने तो हार के लिए सीधे तौर पर सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया था। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा सिद्धू समेत पांच प्रदेश प्रधानों के इस्तीफा मांग लिए जाने के बाद माना जा रहा है कि हार के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराने का सिलसिला थमेगा और पार्टी में नए प्रधान के चयन संबंधी गतिविधियां तेज हो जाएंगी।
हरीश चौधरी ने मालवा के नेताओं के साथ की थी बैठक
मंगलवार को चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने मालवा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशियों और नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने भी हिस्सा लिया था। बैठक के दौरान कई नेताओं ने मुख्य रूप से पार्टी के अंदरूनी कलह को हार का कारण बताया। नेताओं ने कहा कि पार्टी के जिम्मेदार नेताओं नवजोत सिद्धू, चरणजीत चन्नी और सुनील जाखड़ में अनबन ने पार्टी की अंदरूनी कलह को सार्वजनिक किया, जिसका नुकसान पार्टी को चुनाव में झेलना पड़ा है।
उत्तराखंड से गोडियाल और यूपी से लल्लू ने भी दिया इस्तीफा
उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोडियाल ने भी पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘प्रदेश में हुये विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आज मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैं परिणाम के दिन ही इस्तीफा देना चाहता था पर हाईकमान के आदेश की प्रतिक्षा पर रुका था।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘आज दिल्ली पंहुच कर जैसे ही यह अवगत हुआ कि अन्य वह सभी राज्यों के जबावदेह पदाधिकारी, जहां चुनावों में आशातीत सफलता नहीं मिली, अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं, मैंने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर संघर्ष करता रहूंगा।’
यूपी कांग्रेस के प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने भी मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘हमारी अध्यक्ष का जो भी फैसला होगा, उसे माना जाएगा। मैं हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और पूरे चुनाव में हम मुद्दों के लिए लड़े। हमने मतदाताओं के भरोसे को जीतने की कोशिश की। लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च है और भविष्य में हम उन्हें खुश करने की कोशिश करेंगे।’