पंद्रह करोड़ के गबन में निलंबित अधीक्षक ने इंदौर में बुक करवाई थी 44 लाख की कार
इंदौर के बड़े सटोरिए की भी पुलिस को तलाश
इंदौर। केंद्रीय जेल भेरूगढ़ (उज्जैन) में हुए 15 करोड़ के पीएफ घोटाले के तार इंदौर तक पहुँच गए हैं। पुलिस ने एक कार शो-रूम के सीसीटीवी फुटेज जब्त किए हैं। घोटाले में निलंबित की गईं जेल अधीक्षक उषा राज ने इस शो रूम में 44 लाख की एक कार बुक करवाई थी। इसके अलावा मामले से जुड़ा इंदौर का ही एक सटोरिया भी फरार है।
15 करोड़ के पीएफ घोटाले की जाँच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इसके आरोपितों का दायरा भी फैलता जा रहा है। उज्जैन जेल की अधीक्षक उषा राज, प्रहरी रिपुदमन सिंह और कई सटोरियों से होता हुआ यह पहले देवास पहुँचा और अब इंदौर भी इसमें जुड़ गया। देवास से पकड़े गए सटोरिए रामजाने ने पुलिस को कबूला है कि रिपुदमन सिंह हमारे साथ सट्टा लगाता था और यह राशि रोज लाखों में होती थी। जीती हुई राशि वो हमसे नकद लेता थे लेकिन सट्टा लगाते वक्त ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करता था।
लक्जरी कार बुक करवाई
जानकारी के मुताबिक उज्जैन पुलिस ने इंदौर आकर एक कार शो-रूम के जो फुटेज जब्त किए हैं वो लक्जरी कार (44 लाख कीमत की) उषा राज ने अपने निकट सहयोगी किसी जगदीश परमार के नाम पर बुक करवाई थी। पुलिस ने फुटेज दस्तावेज के तौर पर जब्त किए हैं।
इंदौर के सटोरिए की भी तलाश
पुलिस को इंदौर के बिचौली मर्दाना क्षेत्र में रहने वाले मीणा नामक सटोरिए की भी तलाश है। गिरफ्तार आरोपितों में से एक रामजाने से जो सट्टे का जो हिसाब-किताब पुलिस ने बरामद किया उसमें इंदौर के मीणा नामक सटोरिए की भी जानकारी मिली है। गबन की राशि से जो सट्टा खेला गया उसमें मीणा भी शामिल था और उसके खाते में भी लाखों रुपए का लेनदेन हुआ है। पुलिस ने उसके इंदौर स्थित घर पर दबिश दी लेकिन हाथ नहीं आया। उसका आलीशान घर देख पुलिस भी भौंचक रह गई।
कई संदिग्ध अब भी फरार
पुलिस ने मामले में कुछ गिरफ्तारियां जरूर ले ली हैं लेकिन कई संदिग्ध अब भी फरार बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जेल प्रहरी धर्मेंद्र सिंह लोधी, शेलेंद्र सिकरवार के अलावा उज्जैन के सटोरिए अमित मीणा, पिंटू तोमर आदि की भी तलाश है।