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सोनिया के बचाव में उतरे खडगे: बोले- इस्तीफे का सवाल ही नहीं, हार के लिए वह अकेली नहीं हम बस हैं जिम्मेदार

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में कांग्रेस की बुरी तरह से हुई हार और पंजाब की सत्ता से उखाड़े जाने के बाद कांग्रेस ने कल रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक की। इसमें अलग-अलग कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इमोशनल कार्ड खेला। उन्होंने कहा कि हम तीनों (सोनिया, राहुल, प्रियंका) कांग्रेस से हट जाते हैं। जिसके बचाव में कांग्रेस के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खडगे आ गए हैं।

खड़गे ने कहा कि चुनावी हार के लिए वह अकेली जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी ने सोनिया गांधी से कहा कि 5 राज्यों में हार के लिए वह अकेली जिम्मेदार नहीं हैं। राज्य का हर नेता और सांसद जिम्मेदार है, गांधी परिवार नहीं। हमने उन पर फिर से भरोसा जताया, इस्तीफे की पेशकश का सवाल ही नहीं उठता है। सोनिया की इस पेशकश के बाद अक्सर नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले जी-23 समूह के नेताओं ने भी इस प्रस्ताव पर न कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी और उसकी विचारधारा से लड़ेंगे, अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे। हम उम्मीद करते हैं कि अगले चुनाव में हम पहले से काफी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि चुनाव में कांग्रेस उत्तराखंड जीतने की उम्मीद लगाए बैठी थी। पंजाब उसके राज्यों में पहले से शुमार था। लेकिन पंजाब तो उसके हाथ से निकल ही गया, उत्तराखंड का सपना भी चूर-चूर हो गया।

इस हार के बाद सोनिया और राहुल गांधी के इस्तीफों की बातें उठने लगी हैं। सोनिया गांधी के इस्तीफे के सवाल पर खड़गे ने कहा कि इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है। हमारी बैठक में पार्टी को मजबूत बनाने की रणनीति तय हुई। हम भाजपा की विचारधारा से लड़ेंगे और मिलकर लड़ेंगे। हमें उम्मीद है कि हम अगले चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

‘जनता से जुड़े मुद्दे संसद में उठाएगी कांग्रेस’
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आज सोमवार से शुरू हुआ है। पार्लियामेंट में विपक्ष के रवैये पर खड़गे ने कहा, हमारी रणनीति है कि हम इस चर्चा में भाग लेंगे और जनता से संबंधित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाएंगे। विशेष रूप से छात्र जो यूक्रेन में फंसे थे, उनकी समस्याओं को कैसे दूर किया जाना चाहिए। महंगाई, बेरोजगारी ये सभी समस्याएं हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए।

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