ताज़ा ख़बर

कांग्रेस को जीवित रखना है तो गांधी परिवार से हटकर चुनना होगा अध्यक्ष, पीके ने फिर किया बड़ा हमला

नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) ने एक बार फिर गांधी परिवार (Gandhi family) और कांग्रेस पार्टी (Congress Party) पर बड़ा हमला किया है। पीके ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि देश में कांग्रेस के बिना भी विपक्ष (Opposition without Congress) संभव है। वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस को जीवित रखना है तो पार्टी को गांधी परिवार से हटकर किसी को नेता को चुनाव के जरिए नया अध्यक्ष (new president) चुनना होगा। इस दौरान पीके ने पीएम मोदी (PM Modi) की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम सभी लोगों की सुनते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्हें पता है कि आखिर लोगों की जरूरत क्या है।

प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अगले कुछ दशकों तक भाजपा के इर्द-गिर्द ही देश की राजनीति घूमेगी। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तंज कसते हुए यह भी कहा है कि एक ट्वीट (Tweet) और कैंडिल मार्च (candle march) के जरिए आप भाजपा को हरा नहीं सकते हैं। भाजपा (BJP) काफी मजबूत हो चुकी है। मोदी के नेतृत्व वाली भाजपो को हराने के लिए आपको मजबूत रणनीति बनानी होगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि 1984 के बाद कांग्रेस को अकेले अपने दम पर एक भी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में जीत नहीं मिली है।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीते दस साल में कांग्रेस को 90 फीसदी चुनावों में करारी हार मिली है। कांग्रेस नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पीके ने आगे कहा कि मैं लगभग कांग्रेस जॉइन कर लिया था। लेकिन हमारे कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के साथ ही पार्टी के अंदर विरोध शुरू हो गया। प्रशांत किशोर ने इस दौरान 2024 के आम चुनावों में विपक्ष के लिए भाजपा से मुकाबला करने के लिए अपना ब्लू प्रिंट भी पेश किया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के बिना भाजपा विरोधी मोर्चा बनाना संभव है।





विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘कांग्रेस मजबूत विपक्ष के लिए जिस विचार और विस्तार का प्रतिनिधित्व करती है, वह महत्वपूर्ण है, लेकिन विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसदी चुनाव हारती हो। लोकतांत्रिक तरीके से विपक्षी नेतृत्व को तय करने दें।

बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए इसके अलावा नीतीश कुमार, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, एम.के. स्टालिन, जगन मोहन रेड्डी, अरविंद केजरीवाल और कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए भी चुनाव रणनीति बनाए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button