पार्टी से इस्तीफा देने के बाद लुइजिन्हो फेलेरो ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (sonia gandhi) को पत्र लिखा है। इस खत की वजह से बवाल मच गया है। उन्होंने दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) पर आरोप लगाया है कि दिग्गी के कारण ही 2017 में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई।
नई दिल्ली। गोवा (Goa) के पूर्व सीएम और कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता लुइजिन्हो फेलेरो (luizinho falero) ने सोमवार को विधायक और पार्टी से इस्तीफा (Resignation) दे दिया और कल कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल होने की संभावना है। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद लुइजिन्हो फेलेरो ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (sonia gandhi) को पत्र लिखा है। इस खत की वजह से बवाल मच गया है। उन्होंने दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) पर आरोप लगाया है कि दिग्गी के कारण ही 2017 में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई।
फेलेरो ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि 2017 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के पास बहुमत के लिए जरूरी 21 विधायकों का समर्थन था लेकिन कांग्रेस प्रभारी द्वारा उन्हें राज्यपाल (Governor) के पास जाने से रोक दिया गया। जिसके बाद कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है। बता दें कि साल 2017 में दिग्विजय सिंह गोवा कांग्रेस के प्रभारी थे।
सीएम फेलेरो ने कहा कि तब उनकी अगुवाई कांग्रेस के 17 विधायक जीते थे, इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस के समर्थन में था। कुल चार विधायकों के समर्थन से कांग्रेस के पास 21 विधायक थे, यानी बहुमत का आंकड़ा था। फेलेरो ने आरोप लगाया कि प्रभारी ने उन्हें राज्यपाल के पास जाने से रोक दिया और 24 विधायकों के समर्थन तक इंतजार करने को कहा। इसके बाद बीजेपी (BJP) ने बहुमत का आंकड़ा जुटा कर सरकार बना ली। सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में फेलेरो ने कहा कि इस घटनाक्रम से उन्हें ठगा सा महसूस हुआ और झटका लगा।
फेलेरो ने कहा कि बीते साढ़े चार सालों में गोवा के अंदर कांग्रेस 18 विधायकों से सिमट कर महज 5 पर रह गई है। 13 विधायकों के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। फेलेरो ने कहा कि गोवा में वो कांग्रेस नहीं बची जिसके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी। इसलिए वो कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है। कांग्रेस के दर्शन, कांग्रेस की विचारधारा, कांग्रेस के सिद्धांत और कांग्रेस के कार्यक्रम हमेशा मेरे निकट और प्रिय रहेंगे। उन्होंने पार्टी छोड़ने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिखा। दरअसल लुइजिन्हो फेलेरो सोनिया गांधी के करीबी नेताओं में से एक रहे हैं।