अध्यक्ष पद के चुनाव को रोचक बनाने दिग्गी आज पहुंच रहे दिल्ली, पहले से रेस में हैं गहलोत-थरूर
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 1 महीने कम समय रह गया है। इससे पहले अध्यक्ष पद का चुनाव रोचक होता जा रहा है। सबसे पहले अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के संकेत देने के बाद बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं अब इस रेस में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह आ गए हैं।
इतना ही नहीं, वह आज दिल्ली पहुंचकर पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। दिग्गी के रेस में आने के बाद अध्यक्ष पद का चुनाव त्रिकोणीय होने संभावना बढ़ गई है। ऐसा इसलिए की इससे पहले अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता शशि थरूर पहले से ही अध्यक्ष बनने की रेस में हैं। शशि थरूर भी कल बुधवार को चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री से मिलकर चुनावी प्रक्रिया के बारे में बातचीत की थी। बता दें कि इससे पहले थरूर ने बीते दिनों सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।
राहुल को मनाने हो रहा आखिरी प्रयास
गहलोत ने दो टूक कहा था कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे। दूसरी तरफ पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य थरूर ने कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की। वैसे, कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।
मुझे अब और पद की चाह नहीं- गहलोत
उन्होंने कहा, आज मैं मुख्यमंत्री हूं, वो जिम्मेदारी मैं निभा रहा हूं। मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है। जहां मेरा उपयोग है, राजस्थान में है, या दिल्ली में है, जहां भी होगा मैं तैयार रहूंगा क्योंकि पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया है। अब मेरे लिए पद बहुत बड़ी बात नहीं है। एक सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा, अगर मेरा बस चले तो मैं किसी भी पद पर नहीं रहूं। मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं।