पीके के बयान से गरमाई सियासत: कांग्रेस ने नंदीग्राम तो टीएमसी ने अमेठी के बहाने एक दूसरे पर बोला हमला
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) द्वारा भवानीपुर उपचुनाव (Bhawanipur by-election) जीतने के बाद अब कांग्रेस (Congress) और टीएमसी (TMC) के बीच वाक युद्ध छिड़ गया है। जहां चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) के दिए बयान के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने नंदीग्राम (Nandigram) से ममता बनर्जी की हुई पर सवाल उठाया तो वहीं टीएमसी ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया। टीएमसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी (Amethi) में राहुल गांधी (rahul gandhi) की हार पर कटाक्ष किया और पूछा कि क्या कांग्रेस ट्विटर ट्रेंड के जरिये इस हार को मिटा सकती है।
बता दें कि यह जुबानी जंग तब शुरू हुई जब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए एक संदेश में कहा कि जो लोग लखीमपुर खीरी की घटना के बाद सबसे पुरानी पार्टी (GOP) कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के त्वरित पुनरुद्धार की संभावना तलाश कर रहे हैं, वे बड़ी गलतफहमी में जी रहे हैं। किशोर ने अपने ट्विटर हैंडल (Twitter handle) पर लिखा कि लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर जीओपी (congress) के नेतृत्व वाले विपक्ष के त्वरित, सहज पुनरुद्धार की संभावना तलाश कर रहे लोग बड़ी गलतफहमी में जी रहे हैं। उन्होंने कहा था कि दुर्भाग्य से जीओपी की गहरी समस्याओं और संरचनात्मक कमजोरी का कोई त्वरित समाधान नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि राष्ट्रीय विकल्प बनने के लिए गहरे और ठोस प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट किया, अपनी सीट भी नहीं जीत पाने वाले आईएनसी पदाधिकारियों को अपने पाले में ले जाकर एक राष्ट्रीय विकल्प की तलाश करने वाले लोग गलतफहमी में हैं। एक राष्ट्रीय विकल्प बनने के लिए गहरी जड़ें और ठोस प्रयासों की आवश्यकता होती है और दुर्भाग्य से इसका कोई त्वरित समाधान नहीं है। बघेल का इशारा साफ तौर पर ममता बनर्जी की नंदीग्राम सीट से मिली हार पर था।
टीएमसी ने पटलवार करते हुए ट्वीट किया, ”पहली बार मुख्यमंत्री बने व्यक्ति की बड़ी-बड़ी बातें। अपनी हैसियत से ऊंची बात करना आपको शोभा नहीं देता श्रीमान भूपेश बघेल। यह आलाकमान को खुश करने का कितना घटिया प्रयास है! वैसे, क्या कांग्रेस एक और ट्विटर ट्रेंड के जरिए अमेठी की ऐतिहासिक हार को मिटाने की कोशिश कर रही है?” वहीं बघेल के इस ट्वीट के बाद टीएमसी ने भी पलटवार किया और इसे ‘आलाकमान को खुश करने का घटिया प्रयास’ बताया। टीएमसी ने ट्वीट किया कि ‘पहली बार मुख्यमंत्री बने व्यक्ति की बड़ी-बड़ी बातें। अपनी हैसियत से ऊंची बात करना आपको शोभा नहीं देता भूपेश बघेल।