भाजपा का साथ लेकर ‘हाथ’ को कमजोर करेंगे कैप्टन
नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में मची सियासी उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा (Resignation) देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है और वह अब कांग्रेस (Congress) से अपने हर अपमान का बदला (revenge for humiliation) लेने के लिए तैयारी में जुट गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर चुके कैप्टन अब अपनी सियासी पार्टी बनाएंगे। वहीं राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में भाजपा के साथ गठबंधन (alliance with BJP) कर कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं।
इन अटकलों के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह फिर से दिल्ली की यात्रा करेंगे और कांग्रेस के वरिष्ठ असंतुष्ट नेताओं (जिन्हें G-23 के रूप में जाना जाता है) के साथ मुलाकात करेंगे, जो पार्टी की जर्जर स्थिति को लेकर परेशान हैं। उन्होंने केवल इतना कहा कि वह मीडिया के बयानों के माध्यम से राजनीति करने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मैदान में, लोगों की अदालत में अपनी लड़ाई लड़ूंगा।’
बता दें कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी कैप्टन अभी भी कांग्रेस पार्टी में ही हैं। लेकिन अब उनका पार्टी में इरादा नहीं है। माना जा रहा है कि कांग्रेस से औपचारिक रूप से विदाई तब हो सकती है, जब उनकी राजनीतिक योजनाएं पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं जी-23 को सोशल मीडिया पर चिंता व्यक्त करने के बजाय मैदान में उतरने और लोगों तक पहुंचने के लिए कहने जा रहा हूं।’ बता दें कि जी-23 समूह के ज्यादातर नेता संगठन और नेतत्व में बदलाव चाहते हैं न कि पार्टी से बाहर निकलने का रास्ता।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बात से इनकार किया कि यह बात सार्वजनिक होने के बाद कि वह इस्तीफा देंगे, कांग्रेस की ओर से किसी ने उनसे संपर्क किया है। मगर पार्टी के एक सीनियर पदाधिकारी ने खुलासा किया कि (कैप्टन की मीडिया रिपोर्टों के जवाब में कि वह अपमानित महसूस कर रहे हैं) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने उन्हें यह बताने के लिए संदेश भेजा है कि वह उनके अच्छे होने की कामना करती हैं और सोनिया गांधी का ऐसा इरादा बिल्कुल नहीं था, जैसा कैप्टन महसूस कर रहे हैं।