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भाजपा बारहमासी पार्टी नहीं, पर कांग्रेस हमेशा रहेगी: जानें ऐसा क्यों बोले वीरप्पा मोइली

बेंगलुरू। पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 के नेताओं की बैठकों का दौर शुरू हो गया है। जी-23 के नेता एक बार फिर से कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की मांग दोहरा रहे हैं। इस समूह में पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इस बीच अब गांधी परिवार और कांग्रेस के बचाव में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली आ गए हैं।

उन्होंने कहाकि भाजपा और दूसरे दल आते-जाते रहेंगे। केवल कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जो हमेशा रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी नेताओं से वापस सत्ता में आने के लिए अपने एटीट्यूड में बदलाव करने को भी कहा। बता दें कि जी-23 कांग्रेस पार्टी के उन वरिष्ठ नेताओं का समूह है जो पार्टी की वर्तमान स्थिति के लिए गांधी परिवार पर निशाना बनाता रहा है और इसी के चलते पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग दोहराता रहा है।

मोइली ने कहा की जी-23 का गुट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बना रहा है और पार्टी को कमजोर कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हम सत्ता में नहीं हैं कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को घबराना नहीं चाहिए। भाजपा और अन्य दल आया राम गया राम हैं। वे आते जाते रहेंगे, लेकिन कांग्रेस यहीं रहेगी। हमें समाज के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और उम्मीद नहीं खोनी चाहिए।

 

 

मोइली ने इस दौरान नेहरू के बयान का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहाकि जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि अगर कांग्रेस गरीबों और पिछड़ों के लिए काम करना बंद कर देगी तो यह खत्म हो जाएगी। हमें इन लोगों के लिए काम करना है और उम्मीद नहीं खोनी है। मोइली ने कहाकि कांग्रेस नेताओं को इस बात से हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है कि हम सत्ता में नहीं हैं। उन्होंने भाजपा और अन्य दलों को ट्रांजिट पैसेंजर की संज्ञा दी। उन्होंने कहाकि यह दल आते-जाते रहेंगे।

पार्टी के भीतर सुधार को लेकर मोइली ने कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस के भीतर सुधार करना चाहती हैं, लेकिन उनके आसपास के नेता ऐसा नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी एक बारहमासी पार्टी नहीं हो सकती और मोदी के बाद यह राजनीति की उथल-पुथल को बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। आपको बता दें कि वीरप्पा मोइली भी पूर्व में जी-23 के सदस्य रह चुके हैं, लेकिन अब वह इसका हिस्सा नहीं है।

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