कांग्रेस तो घर-घर की ही कांग्रेस है, हर घर की कांग्रेस है। लेकिन कुछ लोग उसे 'डिनर' और 'बंगलों' की कांग्रेस बना देना चाहते हैं। एक बार उत्तर प्रदेश आकर देख लेते कि अगुवाई और लड़ाई कैसी होती है। मिट गए वो सब जो कांग्रेस के मिटने की बात करते रहे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर गांधी परिवार पर बड़ा हमलाकरने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय कपिल सिब्बल खुद ही पार्टी के सीनियर नेताओं के निशान पर आ गए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद अब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कपिल सिब्बल पर पलटवार किया है।
उन्होंने लगातार दो ट्वीट के जरिए दिल की भड़ास निकाली। सीएम भूपेश बघेल ने लिखा, कांग्रेस तो घर-घर की ही कांग्रेस है, हर घर की कांग्रेस है। लेकिन कुछ लोग उसे ‘डिनर’ और ‘बंगलों’ की कांग्रेस बना देना चाहते हैं। एक बार उत्तर प्रदेश आकर देख लेते कि अगुवाई और लड़ाई कैसी होती है। मिट गए वो सब जो कांग्रेस के मिटने की बात करते रहे। भूपेश यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि ‘जो लड़े नहीं, वे लड़ाई के नियम बता रहे हैं।’
बता दें कि दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा था कि गांधी परिवार को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से अलग होना चाहिए और किसी अन्य को मौका देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह घर की कांग्रेस नहीं, बल्कि सबकी कांग्रेस चाहते हैं। जी 23 ग्रुप के सदस्य सिब्बल ने यह टिप्पणी कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दो दिनों बाद की। सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा था कि वह संगठनात्मक चुनाव पूरा होने तक पद पर बने रहें और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
गहलोत ने भी साधा था निशाना
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पर पार्टी नेतृत्व की आलोचना करने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी जब चुनाव हार रही है तो ऐसे समय में नेताओं को एकजुट होना चाहिए।ह्ण गहलोत ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे समय में जब पार्टी चुनाव हार रही है तो नेताओं को एकजुट होना चाहिए। सिब्बल ने कहा कि गांधी परिवार को पार्टी से अलग हटकर किसी अन्य नेता को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए।