कांग्रेस सरकार गिरने का एक साल हुआ पूरा: धारा 144 लागू होने से तिरंगा यात्रा और पैदल मार्च नहीं कर पाए कांग्रेसी, पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर रोका

भोपाल। कमलनाथ सरकार के गिरने का शनिवार 20 मार्च को एक साल पूरा हो गया है। इस दिन को कांग्रेस लोकतंत्र सम्मान दिवस के रूप में मना रही है। इस दौरान तिरंगा यात्रा और पैदल मार्च करने का ऐलान किया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी दोपहर 12 बजे पैदल यात्रा शुरू करने वाले थे, उन्हें लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण प्रशासन ने रोक दिया। ऐसे में दोनों नेता एक वाहन में बैठकर मिंटो हॉल पहुंंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से दिग्विजय और पचौरी के निकलने के बाद सड़क पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेट्स लगाकर रोक दिया। इस दौरान 4 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा, 20 मार्च को धरना या प्रदर्शन करने के बजाय लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाने का निर्णय पहले ही ले लिया गया था। वजह है कि मध्य प्रदेश में जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने संविधान की मूलभावना को तार-तार कर लोकतंत्र को खतरे में डाला।
बता दें कि वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी। सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इस कारण 20 मार्च 2020 को कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह सरकार एक बार फिर सत्ता में लौटी।
लोकतंत्र सम्मान दिवस को लेकर सिंधिया ने कसा तंज
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस को किसी की चिंता नहीं. न जनता की, न प्रदेश की। देश और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है, जैसे सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को निकलती है। सिंधिया ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि झ्र इसलिए उनके बारे में, दल के बारे में जितना हम कहें वह कम है। वे अपनी चिंता करें।