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यूपी में डेंगू और वायरल बुखार का कहर: अब तक 100 मरीजों की मौत, 500 से अधिक अस्पतालों में भर्ती

लखनऊ। उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में हुई भारी बारिश (Havy Rain) के बाद अब पूरे प्रदेश में डेंगू और वायरल बुखार (Dengue and viral fever) का कहर बढ़ने लगा है। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों (government hospitals) में अब तक करीब 500 मरीजों को भर्ती कराया गया है। जिसमें 100 से अधिक मरीजों की मौत भी हो चुकी है। केवल फिरोजाबाद (Firozabad) में 75 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। मथुरा (Mathura) में 17, मैनपुरी (Mainpuri) में तीन, कासगंज (kasganj) में दो लोग डेंगू और वायरल संक्रमण की बलि चढ़ चुके हैं। वहीं कानपुर में वायरल बुखार के कारण सात दिन में 10 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह सीजनल फ्लू (seasonal flu) है। वायरल के मरीज अचानक बढ़ने से अस्पतालों में दहशत का माहौल है।

बता दें कि कल गुरुवार को चार मासूम समेत 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें फिरोजाबाद में 11, मैनपुरी दो और मथुरा में एक मरीज शामिल हैं। वहीं, फिरोजाबाद में मृतकों का आंकड़ा 75 पहुंच गया है। उधर डीएम चंद्रविजय सिंह (DM Chandravijay Singh) ने लापरवाही बरतने पर पीएचसी सैलई के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. गिरीश श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सौरभ प्रकाश और पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।

राज्य में डेंगू और वायरल संक्रमण के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अस्पतालों में यह निर्देश दिए गए हैं कि OPD में इलाज से पहले मरीजों का कोरोना का एंटीजन टेस्ट (Corona antigen test) कराया जाए। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले हफ्ते से वायरल के केस में करीब 15% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, अगस्त के तीसरे हफ्ते तक बुखार के मरीजों की संख्या 5% थी।





फिरोजाबाद में हो चुकी है 75 की मौत
फिरोजाबाद में बुखार से मरने वालों की संख्या 75 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 11 और लोगों की मौत हुई है। लापरवाही के आरोप में तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है। बुधवार तक वायरल से 41 की मौत हुई थी। बुधवार देर रात 4 और लोगों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद गुरुवार को दो बच्चों की मौत हो गई।

कलेक्टर ने तीन डॉक्टरों को किया सस्पेंड
मौत के आंकड़ों को बढ़ता देख डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने लापरवाही के आरोपों में तीन डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया. उन्होंने आदेश दिया है कि अगर किसी भी मरीज के इलाज में लापरवाही बरती गई तो डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि डॉ गिरीश श्रीवास्तव, डॉ रुचि श्रीवास्तव और डॉ गोरव को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड किया गया है।

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