रैली में भाग लेने के लिए राज ठाकरे शनिवार सुबह पुणे से रवाना हुए थे। सबसे खास बात यह है कि राज को महाराष्ट्र पुलिस ने रैली करने के लिए 16 शर्तों के साथ अनुमति दी है। हालांकि राज आज औरंगाबाद में होने वाली रैली को लेकर सियासत भी तेज हो गई है।
औरंगाबाद। महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा पर छिड़े घमासान के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख प्रमुख राज ठाकरे आज औरंगाबाद में रैली करेंगे। रैली में भाग लेने के लिए राज ठाकरे शनिवार सुबह पुणे से रवाना हुए थे। सबसे खास बात यह है कि राज को महाराष्ट्र पुलिस ने रैली करने के लिए 16 शर्तों के साथ अनुमति दी है। हालांकि राज आज औरंगाबाद में होने वाली रैली को लेकर सियासत भी तेज हो गई है।
राज ठाकरे से रैली से पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज ठाकरे पर तंज कसा है। राउत ने कहा कि जो लोग आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा कर रहे हैं, वो (राज ठाकरे) एक ट्वीट में योगी आदित्यनाथ को गंजा बता चुके हैं। संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे ने योगी के भगवा कपड़ों का भी अपमान किया था।
तीन दशक पहले बाल ठाकरे ने इसी मैदान से खेला हिन्दुत्व का कार्ड
मराठवाड़ा सांस्कृतिक मंडल मैदान पर आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम ने करीब तीन दशक पहले हुए दिवंगत बाल साहब ठाकरे की रैली की झलक दिख रही है। साल 1988 में बाल ठाकरे ने भी औरंगाबाद में कार्यक्रम किया था। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने भी हिंदुत्व कार्ड को खेलने के लिए इस मंच का इस्तेमाल किया था। उन्होंने जनता से खान (मुस्लिम) और बाण (शिवसेना का चिन्ह) चुनने का ऐलान किया था। 1980 के समय तक बाल ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने खुद को मुंबई, ठाणे में मजबूत बना दिया था। वहीं, मराठवाड़ा क्षेत्र में पैर जमाने में औरंगाबाद रैली ने काफी मदद की थी।
वहीं अब करीब तीन दशक बाद मनसे ने भी इसी शहर और मैदान का चुनाव किया है। मनसे महासचिव और राज की कजिन शालिनी ठाकरे कहती हैं, ‘मनसे अपनी राजनीति और एजेंडा पर काम कर रही है। हम किसी भी पार्टी या नेता की तरह काम नहीं कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में हुई हमारी आंतरिक बैठकों में यह महसूस किया गया कि मनसे को अपनी रैलियां मुंबई तक ही नहीं सीमित करनी चाहिए। राज्य में रैलियां आयोजित करने से हम न केवल दूसरे शहरों और क्षेत्रों में अपने कार्यकर्ताओं तक पहुंचेंगे, बल्कि लोगों के बड़े वर्ग तक भी पहुंच बनेगी।’
संजय राउत ने योगी आदित्यनाथ पर भी साधा निशाना
संजय राउत ने योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन्होंने भगवान हनुमान को दलित कहा था, उन्हें हनुमान की पूजा करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोग अब हमें भगवान हनुमान के बारे में सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को याददाश्त से संबंधित कोई समस्या हो गई है. 1992 में वे फोटोग्राफी में मशगूल थे, जबकि राज साहब बालासाहेब के साथ महाराष्ट्र का दौरा कर रहे थे।