अमेरिका में ओमिक्रॉन का कहर: देश में 73% मरीज इसी वैरिएंट के, नए वैरिएंट से एक की गई जान
नई दिल्ली। ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants) ने अब अमेरिका (America) में भी अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। ताजा अनुमान के मुताबिक, अमेरिका में जीनोम सिक्वेंसिंग (genome sequencing) के लिए भेजे गए कुल सैंपलों में से अब 73 फीसदी ओमिक्रॉन के मामले हैं। चिंता की बात यह है कि पिछले हफ्ते यह आंकड़ा महज 3 प्रतिशत था। इसकी जानकारी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ने दी है। वहीं अमेरिका में ओमिक्रॉन वैरिएंट से मौत (Death from Omicron variant) भी हो गई है। यह मौत टेक्सस में हुई है। हालांकि, अभी तक यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
माना जा रहा है कि मृतक की उम्र 50 से 60 साल के बीच थी और उसने कोरोना टीका भी नहीं लिया था। अमेरिका में पिछले एक हफ्ते के अंदर कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से बढ़े हैं। सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) हर हफ्ते अपना एक मॉडल अपडेट करता है। इसमें बताया गया है कि अब ओमिक्रॉन पूरे अमेरिका में फैल चुका है। बीते हफ्ते तक अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट के ही मामले सबसे ज्यादा थे, लेकिन अब यह सिर्फ 27 प्रतिशत ही रह गए हैं।
सीडीसी का अनुमान है कि अमेरिका के कई हिस्सों में ये आंकड़ा और भी ज्यादा है। न्यूयॉर्क में 90 फीसदी नए मामलों के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट ही है। सीडीसी डायरेक्टर डॉ. रॉशेल वैलेंस्की (CDC Director Dr. Rochelle Valensky) का कहना है कि ये आंकड़ा ज्यादा है, लेकिन इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं है। इसी बीच अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत होने की खबर भी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि अमेरिका में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है जिसकी वजह ओमिक्रॉन संक्रमण को ही माना जा रहा है।
यूएस राष्ट्रपति की रिपोर्ट आई निगेटिव
अमेरिका में अब नागरिकों से वैक्सीन डोज लगाए जाने की अपील की जा रही है ताकि ओमिक्रॉन के असर को कम किया जा सके। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। वाइट हाउस की ओर से बताया गया कि सोमवार को बाइडेन के आसपास करीब आधा घंटा रहने वाला एक स्टाफ कोरोना संक्रमित पाया गया, जिसके बाद बाइडेन की भी जांच की गई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ट्वीट (Tweet) कर कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने, बूस्टर डोज (booster dose) लगवाने की अपील की है। दक्षिण अफ्रीका में पिछले महीने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चेताया था. इसके बाद 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे ‘वैरिएंट आफ कंसर्न (variant of concern)’ यानी ‘चिंताजनक’ बताया था। उसके बाद से ओमिक्रॉन वैरिएंट 90 देशों में फैल चुका है।
वैक्सीनेटेड को बूस्टर डोज देकर बचाया जा सकता है संक्रमण से
ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना गंभीर है? इस पर वैक्सीन असरदार है या नहीं? ऐसी बातें अभी तक पता नहीं चल सकी हैं। हालांकि, शुरूआती स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग वैक्सीनेटेड हो चुके हैं, उन्हें बूस्टर डोज लगाकर इस संक्रमण से बचाया जा सकता है। यही वजह है कि दुनियाभर में अब बूस्टर डोज को लेकर बहस छिड़ गई है और कई देशों में बूस्टर डोज दी जा रही है।