15 महीने बाद होगा इंसाफ, जानें नाथ ने फिर क्यों पुलिस-प्रशासन को दी यह बड़ी चेतावनी
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के नाम एक संदेश जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि पार्टी पंचायत से लेकर नगरीय निकाय चुनाव में पुलिस और प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग के हर मामले की सूची तैयार करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी चेताया है कि पद का दुरुपयोग और ज्यादती करने वाले अधिकारियों का 15 महीने बाद इंसाफ होगा।
कमलनाथ ने कहा कि नेता और कार्यकर्ता इस तरह की कोई भी जानकारी लिखित में चुनाव प्रभारी जेपी धनोपिया को उनके मोबाइल नंबर पर भेजें और शिकायत दर्ज कराएं, कांग्रेस इस बारे में सूची तैयार करेगी। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि पंचायत चुनाव के परिणामें में पार्टी को बड़ी जीत मिली है। कांग्रेस को मिल रहे इस जनसमर्थन से राज्य में बैठी सौदेबाजी वाली सरकार हर हथकंडे अपनाकर परिणाम अपने पक्ष में करना चाहती है।
नाथ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को मिल रहे जनसमर्थन के कारण भाजपा में बौखलाहट है। ऐसे में अब वह पुलिस, पैसा और प्रशासन के दम पर चुनाव परिणामों को अपने पक्ष में करने कोशिश में जुटी हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनावो में अनेक स्थानों पर कानून के राज के विपरीत जाकर जानबूझकर अनियमित, पक्षपात पूर्ण और ज्यादती पूर्ण कार्यवाही किये जाने के समाचार मुझे प्राप्त हुये है। ऐसी घटनाओं और गलत कार्यवाहियों के कारण स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव बाधित हुआ और लोकतंत्र की हत्या करने के प्रयासो में सहयोग किया गया है।
नरोत्तम मिश्रा का पलटवार
वहीं कमलनाथ के आरोपों पर मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। नरोत्तम ने कहा कि कांग्रेस जब हारती है तो यहीं कहती है। इनके आप उप चुनाव से लेकर अब तक दिए बयान देख लीजिए सभी एक समान होंगे। अधिकारी यह न समझे, वह तारीख भी आएंगी। यह बयान कांग्रेस की मानसिकता बताते है। कांग्रेस की हार सुनिश्चित है। उन्होंने विपक्ष के ईवीएम पर सवाल उठाने पर कहा कि कांग्रेस हार की बौखलाहट को ईवीएम की तरफ ट्रांसफर ना करें। ईवीएम की सुरक्षा के सभी चाक-चौबंद इंतजाम किए गए है।