उदयपुर के फैसले पर प्रतिबद्धता बरकरार रहने की उम्मीद, एक व्यक्ति- एक पद के सवाल पर राहुल का जवाब
कोच्चि। कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है। चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि 24 से 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। इस बीच भारत यात्रा जोड़ो पर निकले राहुल गांधी ने पार्टी के अंदर एक व्यक्ति, एक पद को को लेकर बड़ा बयान दिया है। राहुल ने अपनी यात्रा के दौरान कोच्चि में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसी वर्ष राजस्थान के गुजरात के उदयुपर में हुए चिंतन शिविर में लिए गए एक व्यक्ति, एक पद समेत सभी फैसलों पर अनुसरण करने की उम्मीद है।
इसके साथ ही राहुल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, बल्कि यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है। वहीं जब मीडिया ने उनसे सवाल किया की क्या वह उदयपुर चिंतन शिविर में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के फैसले के साथ खड़े रहेंगे तो राहुल ने कहा, हमने उदयपुर में जो फैसला किया था, हम उम्मीद करते हैं कि वह प्रतिबद्धता बरकरार रहेगी।
अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वालों को भी दी सलाह
वहीं उन्होंने कहा कि कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है, उन्हें याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, विश्वास की एक व्यवस्था और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी, आप ऐतिहासिक पद लेने जा रहे हैं। एक ऐसा पद, जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करता है और परिभाषित करता भी रहा है।
छापेमारी पर सरकार को घेरा
वहीं राहुल ने 10 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए और ईडी की छापेमारी को लेकर केन्द्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी हो। उन्होंने कहा, सांप्रदायिकता के प्रति ‘कतई बर्दाश्त न करने’ (जीरो टॉलरेंस) की नीति होनी चाहिए और इसका मुकाबला किया जाना चाहिए।