उज्जैन पुलिस को मिली बड़ी सफलता: 21 दिन में तीन बुजुर्ग महिलाओं को ठगने वाली गैंग पकड़ाई, लाखों का माल बरामद

उज्जैन। धार्मिेक नगरी उज्जैन में वृद्ध महिलाओं के साथ ठगी की तीन वारदातों में शामिल आरोपियों को पकड़ने में जिले की पुलिस को सफलता मिल गई है। पुलिस ने बिहारी गैंग के चार सदस्यों को डकैती की योजना बनाते दबोच लिया है। दरअसल उज्जैन में 23 अगस्त को दो अज्ञात व्यक्तियों ने बर्तन चमकाने का प्रलोभन देकर फरियादिया निवासी देवासरोड थाना माधवनगर के जेवर भी चमकाने के बहाने सोने की चेन ले गए थे। जिस पर माधवनगर थाना में अपराध क्रमांक 437/23 धारा 420 दर्ज किया गया था। गैंग के चार सदस्यों से तीन लाख के आभूषण और दो बाइक जब्त की गई है।
गैंग दिन में ठगी की वारदात करती थी और रात में सूने मकानों में चोरी डकैती को अंजाम देती थी। गैंग के सदस्य अंतर्राज्यीय स्तर पर ठगी, चोरी, धोखाधड़ी को अंजाम दे चुके हैं। गैंग एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिये फ्लाइट में भी सवार होती थी। इन्होंने देवास रोड पर ज्ञाननगर में 23 अगस्त को अर्चना गुप्ता (64 वर्ष) को उस समय झांसे में लिया था, जब वह अपने मकान के बाहर तुलसी के पौधे का पूजन कर रही थी। तभी सूटबूट में दो युवक पहुंचे और बर्तन चमकाने का प्रोडक्ट बेचने की बात कहकर अर्चना को झांसे में लिया और पूजन की थाली, लोटा और श्रीयंत्र चमका दिया। पावडर से आभूषण साफ होने की बात पर विश्वास कर अर्चना गुप्ता ने अपनी सोने की चेन उन्हें थमा दी थी। दोनों ने चेन को पावडर से भरी पुड़िया में डाला और फ्रिज में रखने का बोलकर चंपत हो गये। अर्चना ने शंका होने पर पुड़िया खोली तो चेन गायब थी। अर्चना गुप्ता ने पुलिस को सूचना दी।
40 मिटन में दो घटनाओं को दिया था अंजाम
इसी तरह निजातपुरा थाना कोतवाली में रहने वाले 72 वर्षीय वृद्ध महिला रामकन्या बाई तोमर के साथ भी दो अज्ञात व्यक्ति ने सोना चमकाने का कह कर धोखे से उसके टॉप्स और नाक का काटा उतारवाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। वृद्ध महिला को समोसा खिलाने के बाद झांसे में लिया था। 40 से 45 मिनिट में हुई दो वारदात के बाद सामने आया कि ठगी करने वाले दोनों ही एक गिरोह के हो सकते हैं। इतना ही नहीं 13 सितंबर को बदमाशों ने पुलिसकर्मी बनकर एक बार फिर माधवनगर थाना क्षेत्र के उदयन मार्ग पर 70 साल की शकुंतला अग्रवाल को अपना शिकार बनाया और चाकूबाजी होने का झांसा देकर साढ़े चार तोला वजनी कड़े-अंगूठी ठगकर भाग निकले। जिस पर चिमनगंज मण्डी थाना में धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस को आरोपियों से मिला यह
21 दिन में तीन ठगी के मामले होने पर पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया और सात दिनों बाद बिहार के पूर्णिया, खगडिया, करिहार, कुटसेला जिले के चार बदमाशों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। जिनसे तीनों ठगी के मामलों का खुलासा हुआ है। बदमाश विक्की उर्फ विकास पिता विशुन, रोहित पिता अनिल शाह, शंकर पिता मोतीलाल शाह और सदन पिता शंकरलाल गुप्ता हैं। बिहारी गैंग का बदमाश रंजन पिता जागेश्वर शाह जिला कटिहार बिहार फरार है। पुलिस ने सोने के कंगन, अंगूठी, चेन, कान के टाप्स और नाक की नथ तीन लाख कीमत के बरामद कर दो बाइक जब्त की हैं।
तीनों घटना पुलिस के लिए बन गई थी चुनौती
बता दें कि यह तीनों ही घटना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने सभी थाना प्रभारियों को संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया था। थाना प्रभारी माधवनगर, क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर डकैती की योजना बनाते हुए अंतरार्जीय गिरोह के चार सदस्यों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि बदमाशों की गैंग रात में अलकापुरी क्षेत्र में डकैती को अंजाम देने आई थी। हथियारों से लैस बदमाश दिखाई देने पर लोगों ने सूचना दी। पुलिस की टीम बदमाशों की तलाश में अलकापुरी और विक्रमनगर स्टेशन की ओर से घेराबंदी के लिये पहुंची। चार बदमाशों को देशी रिवाल्वर, दो जिंदा कारतूस, तलवार, चाकू के साथ पकड़ा गया। जिनके पास से एक थैली में गहने-बर्तन चमकाने का पावडर भी बरामद हो गया।
रात में सूने मकानों को बनाने थे निशाना
बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि वह दिन में सुबह 9 से 11 बजे के बीच ठगी को अंजाम देते थे, रात में सूने मकानों में चोरी-डकैती करते हैं। एसपी ने बताया कि बदमाशों का अपराधिक रिकार्ड खंगालने पर विक्की उर्फ विकास पर उत्तरप्रदेश में तीन, सदन गुप्ता पर महाराष्ट्र-गुजरात में चार, रोहित शाह पर दिल्ली, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान में 6 और शंकर शाह पर बिहार में एक अपराधिक मामला दर्ज होना सामने आया है। बदमाशों ने कबूल किया कि वह एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिये फ्लाइट का उपयोग भी करते थे। पहले चोरी धोखाधड़ी करते थे, दो सालों से ठगी कर रहे है। मध्यप्रदेश के सागर, भोपाल, कटनी, पेटलावद में भी ठगी की हैं।
आभूषण चमकाने में माहिर है गैंग
बिहारी गैंग से पूछताछ में सामने आया कि ठगी करने वाले आरोपी पूर्व में सोने-चांदी की दुकानों पर काम करते थे। उन्हें सोना चमकाने और गलाने का अनुभव है। ठगी के लिये अन्य राज्यों की रजिस्ट्रेशन वाली बाइक का उपयोग कर लम्बी दूरी के शहरों में पहुंचते थे और कालोनियों में अकेली बुजुर्ग महिलाओं को अपना निशाना बनाते थे। गिरफ्त में आने पर पुलिस ने बदमाशों से ठगी का डेमो कराया। जिसमें दो बदमाशों ने बताया कि बर्तन चमकाने का पावडर दो थैलियों में रखते हैं। जिसे कपड़े को चार घड़ी कर एक पुड़िया को छुपा लेते हैं। आभूषण लेने के बाद पावडर में रखने के बाद कपड़ा पलटाकर दूसरी थैली थमाकर निकल जाते थे।