इंदौर में बेकाबू कोरोना: 24 घंटे में मिले 259 संक्रमित मरीज, एक महीने में बढ़े 6 गुना मरीज, कांटेक्ट ट्रैसिंग करवाने पर जोर

इंदौर। शहर में कोरोना संक्रमण की स्थिति एक बार फिर से भयावह होती जा रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 11 फरवरी को 280 एक्टिव मरीज थे, जो बढ़कर 14 मार्च तक 1686 हो गए हैं। करीब 98 फीसदी तक पहुंच चुकी रिकवरी रेट गिरकर 95 तक आ गई है। पिछले दो दिनों से लगातार नए संक्रमित ढाई सौ के पार आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार एक जज भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। वहीं, भाजपा के एक पदाधिकारी में भी संक्रमण मिला है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर फिर से पुराने नियम लागू किए जा रहे हैं। दुकानों के आगे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए चूने के गोले बनाने के आदेश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग फिर से शुरू की जा रही है।
एक मार्च से ही मरीजों की संख्या में अचानक से बढ़ोतरी शुरू हो गई थी। संक्रमण की बढ़ती गति को देखते हुए कोरोना का म्यूटेशन पता करने के लिए एक बार फिर से 104 सैंपल दिल्ली भेजे गए हैं। इसके पहले भी 99 सैंपल भेज चुके हैं, रिपोर्ट आनी बाकी है। जिस तेजी से केस बढ़ रहे हैं, उससे वायरस के म्यूटेशन की आशंका है।
मार्च के 14 दिनों में 2650 नए संक्रमित
देर रात एक बार फिर से 250 से अधिक नए संक्रमित सामने आए। 259 नए संक्रमित मिलन के साथ ही एक मरीज की जान भी गई। मार्च के 14 दिनों में 2650 नए संक्रमित मिल चुके हैं। इन्हें मिलाकर एक्टिव मरीजों की संख्या 1686 तक पहुंच गई है। वहीं, लगातार 9 दिनों से एक-एक कोरोना मरीजों की मौत हो रही है। अब तक जिले में कुल 943 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में अब तक 8 लाख 66 हजार 555 टेस्ट हो चुके हैं। इनमें 62 हजार 411 मिले संक्रमितों में से 59 हजार 782 मरीज ठीक हो चुके है। इंद्रलोक कॉलोनी में 6, सुखलिया, महालक्ष्मी नगर, एबी रोड, बिचौली मदार्ना में 5-5, खजराना, जूनी इंदौर, स्कीम -71, कालानी नगर, साउथ तुकोगंज, अंबेडकर नगर, टेलीफोन नगर, ट्रेजर फेंटैसी, आनंद नगर चितावद, रायल बंग्लो 4-4, विजय नगर, एमआईजी, शालीमार टाउनशिप, विष्णुपुरी में 3-3 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
104 सैंपल्स नई दिल्ली की एनसीडीसी लैब भेजे
कोरोना वायरस का म्यूटेशन पता करने के लिए फिर से 104 सैंपल्स नई दिल्ली की एनसीडीसी लैब भेजे जा रहे हैं। शहर की विभिन्न लैबों से ऐसे सैंपल्स मंगवाए जो हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए। इसके पहले भी 99 सैंपल्स भेजे जा चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिस तेजी से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या सामने आ रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि संभवत: वायरस का म्यूटेशन हुआ हो। इसलिए नियमित रूप से जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल्स दिल्ली भेजे जा रहे हैं। इसके पहले 104 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से छह संक्रमित व्यक्तियों में यूके का वायरस पाया गया था।
लक्षण भी नए तरह के सामने आ रहे
इन दिनों संक्रमित मरीजों में बीमारी के नए तरह के लक्षण सामने आ रहे हैं। हाल ही में एमजीएम मेडिकल कॉलेज में ही कुछ ऐसे मामले सामने आए जिसमें सिर्फ पेटदर्द और उल्टी की शिकायत हुई। जांच करवाई तो रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे क्षेत्रों कोे चिन्हित किया है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं। इनमें सुदामा नगर, नंदा नगर, विजय नगर और सुखलिया ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पिछले दिनों सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। इसलिए यहां भीड़ को रोकने और मास्क लगाने पर जोर देने की बात की जा रही है। हालांकि जिला प्रशासन ने ऐसा कोई प्लान अब तक नहीं दिया है कि इन इलाकों में बढ़ते मरीजों की संख्या को कैसे नियंत्रण में लाया जाएगा।
अगस्त में बंद कर दी गई थी कांटेक्ट ट्रेसिंग
शहर में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए एक बार फिर जिला प्रशान ने कांटेक्ट ट्रैसिंग करवाने पर जोर दिया है। सोमवार को संक्रमित मरीजों के परिवार व संपर्क में आने वाले लोगों के भी सैंपल्स लिए जाने की पुरानी व्यवस्था फिर से शुरू कर दी गई है। कम से कम एक मरीज पर औसतन पांच से सात लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। जनवरी तक की ही बात करें तो पहले एक मरीज औसतन एक या दो व्यक्तियों को संक्रमित करता था। इसके बाद यह संख्या पांच तक पहुंची। अब अधिकारियों के अनुसार एक मरीज औसतन सात से नौ लोगों को संक्रमित कर रहा है। इसलिए दोबारा कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू की जा रही है। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश भी जारी कर दिए है कि वे दोबारा कांट्रेक्ट-ट्रेसिंग शुरू करवा दें।
निगेटिव रिपोर्ट पर ही बाहर जाने की अनुमति
कांटेक्ट ट्रेसिंग इंचार्ज डॉ. अनिल डोंगरे कहते हैं कि, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क का पता लगाने का काम पूरी तरह कभी बंद नहीं किया गया था, लेकिन अब चूंकि परिवार के सभी सदस्यों के संक्रमित होने की जानकारियां मिल रही है। इसलिए जिला प्रशासन के निर्देश के बाद सभी संक्रमित व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करेंगे। उन्हें घर से बाहर जाने की अनुमति तभी होगी जब उनकी रिपोर्ट निगेटिव होगी।
फिर से पुराने दिन, दुकानों पर डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनाएं
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एक बार फिर से साल 2020 वाले दिनों की याद ताजा होने वाली है। दुकानों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए भी कहा गया है कि वे चूने का गोला बनाएं। रस्सी से डिस्टेंसिंग रखें। मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए। ऐसा नहीं होने पर दुकानों अथवा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।