बेबसी: मुक्तिधाम न होने से बीच सड़क पर ऐसे करना पड़ रहा दाह संस्कार
भिंड। देश से लेकर प्रदेश तक भी भले ही विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद गांवों की बदहाली आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी खत्म होती नहीं दिख रही है। इस बीच बदहाली की जो खबर मध्यप्रदेश के भिंड जिले से आई है, वह शर्मसार करने वाली है। दरअसल भिंड जिले के अजनौल गांव में मुक्तिधाम न होने के कारण एक मृत व्यक्ति का बीच सड़क पर दाह संस्कार किया गया है। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। अब इस घटना के बाद से गांव वालों में गुस्सा भी फूट गया है।
बता दें कि गांव के एक परिवार में गमी हो गई। खेतों में बारिश की वजह से पानी भरा है। ऐसे में वहां अंतिम क्रिया नहीं की जा सकती। गुस्साए और परेशान ग्रामीणों ने अजनौल के आम रास्ते पर ही अंतिम संस्कार कर दिया। अब ग्रामीणों की एक बार फिर मांग है कि कोई उनकी सुनवाई करें और गांव में मुक्तिधाम बनें। ग्रामवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि मुक्तिधाम की बार-बार मांग करने के बाद अनदेखी की जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इस संबंध में गांव के सरपंच, जनपद अधिकारियों से शिकायत की है। किसी के यहां सुनवाई नहीं हुई। जब किसी का परिजन स्वर्ग सिधार जाता है तो अपने खेत पर उसका अंतिम संस्कार करते हैं। बारिश में तो यह करना भी मुश्किल हो जाता है। कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके पास खेत नहीं है। तब वे दाह संस्कार कहां करें। गांव के लोगों के मुताबिक, आम दिनों में जब गांव में किसी की मौत होती है तो उसकी चिता खेत में ही जलाई जाती है। लेकिन बारिश की वजह से खेतों में चिता जलाना मुमकिन नहीं है।
कांग्रेस का आरोप- भाजपा सरकार की पोल खुली
कांग्रेस जिला अध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा का कहना है कि अजनौल में निर्मित स्थिति सिस्टम की खामियों की वजह से शर्मसार कर देने वाली है। आज भी लोग इन परिस्थियों में जी रहे हैं। जब सरकार और भाजपा प्रदेश के अंतिम छोर के व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुचाने का दावा करती है तो ऐसी तस्वीरे उनकी पोल खोलती हैं। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में जिÞम्मेदार अफसरों से मिलकर समाधान का प्रयास करेंगे।
समस्याओं से निजात पाने करनी पड़ रही मेहनत
मध्यप्रदेश सरकार ग्रामीण इलाकों को विकसित कराने के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है। मनरेगा जैसी योजनाएं गांव के विकास और ग्रामीणों की सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम करती है लेकिन भिंड के मेहगांव विधानसभा क्षेत्र का ग्राम अजनौल अब भी मूलभूत समस्याओं से निजात पाने के लिए मेहनत कर रहा है। गांव में वर्षों से शांतिधाम की मांग की जा रही है लेकिन किसी जिम्मेदार ने आज तक मरघट बनवाने का प्रयास तक नही किया है।