साहा को धमकाने पर बीसीसीआई का बड़ा एक्शन: खेल पत्रकार मजूमदार पर लगा दो साल बैन, जानें क्या है पूरा मामला
मुंबई। टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को धमकाने के मामले में पत्रकार बोरिया मजूमदार बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। बीसीसीआई ने इस मामले में बड़ा कदम उठाते हुए खेल पत्रकार पर दो साल का बैन लगा दिया है। बीसीसीआई के इस एक्शन के बाद अब मजूमदार अगले दो साल तक किसी भी घरेलू, नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का हिस्सा नहीं होंगे। बता दें कि साहा को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर मजूमदार ने उनसे इस मामले पर बात करनी चाही थी, लेकिन साहा के मना करने पर मजूमदार भड़क गए थे और कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी।
जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई ने पत्रकार द्वारा शाह को दी गई धमकी के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की समिति का गठन किया था। समिति ने इस मामले में मजूमदार को दोषी पाया था और अब उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। यहीं नहीं अब बीसीसीआई इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी से भी गुहार लगाएगी कि आईसीसी इवेंट में इस खेल पत्रकार को स्टेडियम में घुसने का मौका न मिले।
शाह के समर्थन में आए कई दिग्गज खिलाड़ी
बता दें कि एक केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी, रिद्धिमान साहा ने 23 फरवरी को अज्ञात पत्रकार (जो बाद में पता चला कि बोरिया मजूमदार थे) के खिलाफ ट्वीट्स की एक सीरीज पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने साहा को धमकी दी थी कि वो उनका करियर खत्म कर सकते हैं। ने जैसे ही खेल पत्रकार की बदतमीजी को लेकर ट्वीट किया था। वैसे ही वे उनके समर्थन में वीरेंद्र सहवाग, इरफान पठान, हरभजन सिंह समेत तमाम खिलाड़ियों ने ट्वीट किया था और बीसीसीआई से बैन की मांग की थी। इसी क्रम में उनको इसका दोषी पाया गया और बीसीसीआई ने दो साल के लिए बोरिया मजूमदार को बैन कर दिया।
मजूमदार पर बैन लगने के बाद अब क्या?
- 1. मजूमदार मीडिया प्रतिनिधि के रूप में बीसीसीआई से जुड़े किसी भी अंतरराष्ट्रीय या घरेलू मैच के दौरान स्टेडियम के अंदर नहीं जा सकेंगे और मैच के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हो पाएंगे।
- 2. किसी भी भारतीय खिलाड़ी का इंटरव्यू नहीं कर पाएंगे, जिसका नाम बीसीसीआई के पास दर्ज है।
- 3. बोरिया मजूमदार बीसीसीआई या उससे जुड़े सदस्यों की क्रिकेट सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे। इसका मतलब है कि उन्हें एनसीए जैसी संस्थाओं में जाने और किसी खिलाड़ी बात करने की भी अनुमति नहीं होगी।