जम्मू-कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्याओं की जांच करेगी एनआईए, होगा साजिश का बड़ा पर्दाफाश
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu&Kashmir) में इस माह के दौरान अब तक 11 नागरिकों को चुन-चुनकर मारा जा चुका है, और इस मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करने जा रही है। इस बारे में सरकार जल्द ही आदेश जारी कर सकती है। इसकी जानकारी आज सुबह दी गई है। जम्मू-कश्मीर और केंद्र सरकार (central government) का मानना है कि हाल के दिनों में नागरिकों पर बढ़े हमले किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं। इन घटनाओं में पाक समर्थित द रेजिस्टेंस फोर्स (Pak Backed The Resistance Force) और अन्य आतंकी संगठनों का हाथ सामने आया है।
ज्ञात हो कि फामेर्सी चलाने वाले माखनलाल बिंदरू, गैर-कश्मीरी वीरेंद्र पासवान, स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और टीचर दीपक चंद समेत कई लोगों की हत्या हो चुकी है। हत्याओं के मामलों में दर्ज FIR पर आगे की कार्रवाई केंद्रीय एजेंसी संभाल सकती है। हत्याओं की ताजातरीन वारदात रविवार को हुई थी, जब बिहार से आए दो श्रमिकों को कुलगाम जिले के वानपोह इलाके में गोली मार दी थी. तीसरा मजदूर जख्मी हुआ था।
वहीं इससे एक दिन पहले शनिवार को बिहार से ही आए एक गोलगप्पा विक्रेता और उत्तर प्रदेश से आए एक बढ़ई की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक, गोलगप्पा विक्रेता अरविंद कुमार साह को श्रीनगर में काफी नजदीक से गोली मारी गई थी, जबकि बढ़ई सगीर अहमद को पुलवामा में मारा गया। हाल ही में जिन 11 नागरिकों की हत्या की गई है, उनमें से पांच अन्य राज्यों से जम्मू एवं कश्मीर में आए थे।
इन हत्यों के चलते घाटी के लोगों में डर व्याप्त हो गया है, और कश्मीर पंडितों (Kashmir Pandits) के कई परिवार ट्राजिट कैम्पों में आ चुके हैं। सरकारी कर्मियों समेत दर्जनों परिवार इलाका छोड़कर जा चुके हैं। इन हमलों के बाद पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया है और समूचे केंद्रशासित प्रदेश में लगभग 900 लोगों को अलगाववादियों (separatists) से कथित रूप से संबंध होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। वहीं पूरे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि NIA को इन हमलों के बारे में पहले से ही कुछ जानकारी है।
बीते कुछ दिनों में आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच के लिए एजेंसी ने बड़े पैमाने पर छापेमारियां की हैं। यही नहीं एजेंसी ने कई लोगों को आतंकवाद से जुड़े होने के सिलसिले में गिरफ्तार भी किया है। एजेंसी ने बीते एक सप्ताह में ही द रेजिस्टेंस फोर्स से जुड़े 9 लोगों को अरेस्ट किया है। इस संगठन पर ही इन हमलों में शामिल होने का आरोप लगा है। एनआईए ने दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी के बाद इन लोगों को अरेस्ट किया था।